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जयपुरः खाना बांटने जा रहे सरकारी कर्मचारी से पुलिस ने की मारपीट, एडीएम के पीए से भी किया अभद्र व्यवहार - जयपुर में मारपीट

जयपुर में खाना बांटने जा रहे साथी से पुलिस की ओर से मारपीट करने के बाद जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने साथी कर्मचारी से मारपीट की निंदा की और शाम को खाना बांटने से इनकार कर दिया.

सरकारी कर्मचारी से मारपीट, Government employee beaten
एडीएम के पीए से किया अभद्र व्यवहार
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Published : Apr 28, 2020, 9:00 PM IST

जयपुर. खाना बांटने जा रहे साथी से पुलिस की ओर से मारपीट करने के बाद जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने साथी कर्मचारी से मारपीट की निंदा की और शाम को खाना बांटने से इनकार कर दिया. इस संबंध में कर्मचारियों ने जयपुर जिला कलेक्ट्रेट को ज्ञापन भी दिया.

एडीएम के पीए से किया अभद्र व्यवहार

बता दे की सोमवार देर रात को अपने घर जा रहे अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ के पीए से भी मुरलीपुरा में पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया गया इसे लेकर भी कर्मचारियों में काफी नाराजगी है. घटना के बाद कर्मचारियों ने शाम को खाना बांटने से इनकार कर दिया. कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमित जैमन ने बताया कि गाड़ी से हिमांशु बैरवा ड्राइवर प्रफुल्ल के साथ खाना बांटने जा रहा था. खोले के हनुमानजी के पास पुरानी चुंगी पर हिमांशु बैरवा अपने साथी का इंतजार कर रहा था. उसी समय ब्रह्मपुरी थाने के एएसआई ने गाड़ी साइड में करने को कहा.ड्राइवर ने गाड़ी साइड में लगा ली.

पढ़ेंः जालोर: कलेक्टर्स के मनमर्जी वाले आदेशों से प्रवासियों में मचा हड़कंप, अब संशोधित आदेश पर भी उठ रहे सवाल

इसके बाद हिमांशु बैरवा ने एएसआई को अपना आई कार्ड और कलेक्टर का अनुमति पत्र भी दिखाया लेकिन एएसआई ने नहीं गाली गलौज करते हुए आई कार्ड और अनुपस्थित पत्र को मानने से इंकार कर दिया और हिमांशु बैरवा के साथ डंडे से मारपीट भी की. हिमांशु बैरवा के कूल्हे और हाथ में चोट भी लगी है. चोट लगने के बावजूद भी हिमांशु बैरवा 3 हजार जरूरत मंद लोगों को खाना बांट कर आया. जब कलेक्ट्रेट में अन्य कर्मचारियों को इस बात का पता लगा तो कर्मचारियों में रोष फैल गया.एडीएम के पीए को भी रोका, किया अभद्र व्यवहार-एक अन्य घटना में अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ के पीए मनोज कुमार गुप्ता सोमवार देर रात को नाड़ी का फाटक अपने घर जा रहा था. इसी दौरान वैद्यजी के चौराहे पर पुलिसकर्मी ने उसे रोक लिया.

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मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि वह अतिरिक्त जिला कलेक्टर का पीए है और काम खत्म करने के बाद घर जा रहा है.इसके बावजूद भी पुलिसकर्मी ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की और कहा कि इतनी रात को कलेक्ट्री में क्या काम होता है.पुलिसकर्मी ने मनोज को मारने के लिए डंडा भी उठा लिया था.मनोज कुमार गुप्ता जैसे तैसे कर अपने घर पहुंचा.इस घटना को लेकर भी कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों में आक्रोश था.इससे पहले भी इस तरह की अन्य घटनाएं सरकारी कर्मचारियों के साथ हो चुकी है.शाम का खाना नहीं बांटने की दी धमकी-कर्मचारियों ने अध्यक्ष अमित जैमन के नेतृत्व में जिला कलेक्टर जोगाराम को ज्ञापन भी दिया.जोगाराम को ज्ञापन देकर आरोपी एएसआई के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए कमिश्नर को पत्र भी लिखा है.

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कर्मचारी ने साफ कर दिया है कि जब तक पुलिसकर्मी को निलंबित नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं होगी तब तक वे अपने काम पर नहीं लौटेंगे. सभी कर्मचारियों ने दोनों ही घटनाओं को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.कलेक्टर ने कर्मचारियों को लेकर पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा.पुलिस कमिश्नर ने मानी गलती, कर्मचारियों ने मानवीय पहलू समझा-कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से भी चर्चा की.चर्चा के दौरान आनंद श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मी की गलती मानी. उसके बाद आनन्द श्रीवास्तव ने मानवीय पहलू को समझते हुए कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे शाम का खाना बांटने चले जाएं.इसके बाद कर्मचारी मानवीय पहलू को समझते हुए खाना बांटने चले गए पुलिस कमिश्नर ने कर्मचारियों को कहा कि 2 दिन में कार्रवाई कर दी जाएगी.आपको बता दें कि लॉकडाउन में जिला प्रशासन की ओर से दो लाख लाख से ज्यादा भोजन के पैकेट जरूरतमंदों सरकारी कर्मचारियों के मार्फत बांटे जा रहे हैं.

जयपुर. खाना बांटने जा रहे साथी से पुलिस की ओर से मारपीट करने के बाद जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने साथी कर्मचारी से मारपीट की निंदा की और शाम को खाना बांटने से इनकार कर दिया. इस संबंध में कर्मचारियों ने जयपुर जिला कलेक्ट्रेट को ज्ञापन भी दिया.

एडीएम के पीए से किया अभद्र व्यवहार

बता दे की सोमवार देर रात को अपने घर जा रहे अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ के पीए से भी मुरलीपुरा में पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया गया इसे लेकर भी कर्मचारियों में काफी नाराजगी है. घटना के बाद कर्मचारियों ने शाम को खाना बांटने से इनकार कर दिया. कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमित जैमन ने बताया कि गाड़ी से हिमांशु बैरवा ड्राइवर प्रफुल्ल के साथ खाना बांटने जा रहा था. खोले के हनुमानजी के पास पुरानी चुंगी पर हिमांशु बैरवा अपने साथी का इंतजार कर रहा था. उसी समय ब्रह्मपुरी थाने के एएसआई ने गाड़ी साइड में करने को कहा.ड्राइवर ने गाड़ी साइड में लगा ली.

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इसके बाद हिमांशु बैरवा ने एएसआई को अपना आई कार्ड और कलेक्टर का अनुमति पत्र भी दिखाया लेकिन एएसआई ने नहीं गाली गलौज करते हुए आई कार्ड और अनुपस्थित पत्र को मानने से इंकार कर दिया और हिमांशु बैरवा के साथ डंडे से मारपीट भी की. हिमांशु बैरवा के कूल्हे और हाथ में चोट भी लगी है. चोट लगने के बावजूद भी हिमांशु बैरवा 3 हजार जरूरत मंद लोगों को खाना बांट कर आया. जब कलेक्ट्रेट में अन्य कर्मचारियों को इस बात का पता लगा तो कर्मचारियों में रोष फैल गया.एडीएम के पीए को भी रोका, किया अभद्र व्यवहार-एक अन्य घटना में अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ के पीए मनोज कुमार गुप्ता सोमवार देर रात को नाड़ी का फाटक अपने घर जा रहा था. इसी दौरान वैद्यजी के चौराहे पर पुलिसकर्मी ने उसे रोक लिया.

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मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि वह अतिरिक्त जिला कलेक्टर का पीए है और काम खत्म करने के बाद घर जा रहा है.इसके बावजूद भी पुलिसकर्मी ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की और कहा कि इतनी रात को कलेक्ट्री में क्या काम होता है.पुलिसकर्मी ने मनोज को मारने के लिए डंडा भी उठा लिया था.मनोज कुमार गुप्ता जैसे तैसे कर अपने घर पहुंचा.इस घटना को लेकर भी कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों में आक्रोश था.इससे पहले भी इस तरह की अन्य घटनाएं सरकारी कर्मचारियों के साथ हो चुकी है.शाम का खाना नहीं बांटने की दी धमकी-कर्मचारियों ने अध्यक्ष अमित जैमन के नेतृत्व में जिला कलेक्टर जोगाराम को ज्ञापन भी दिया.जोगाराम को ज्ञापन देकर आरोपी एएसआई के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए कमिश्नर को पत्र भी लिखा है.

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कर्मचारी ने साफ कर दिया है कि जब तक पुलिसकर्मी को निलंबित नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं होगी तब तक वे अपने काम पर नहीं लौटेंगे. सभी कर्मचारियों ने दोनों ही घटनाओं को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.कलेक्टर ने कर्मचारियों को लेकर पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा.पुलिस कमिश्नर ने मानी गलती, कर्मचारियों ने मानवीय पहलू समझा-कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से भी चर्चा की.चर्चा के दौरान आनंद श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मी की गलती मानी. उसके बाद आनन्द श्रीवास्तव ने मानवीय पहलू को समझते हुए कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे शाम का खाना बांटने चले जाएं.इसके बाद कर्मचारी मानवीय पहलू को समझते हुए खाना बांटने चले गए पुलिस कमिश्नर ने कर्मचारियों को कहा कि 2 दिन में कार्रवाई कर दी जाएगी.आपको बता दें कि लॉकडाउन में जिला प्रशासन की ओर से दो लाख लाख से ज्यादा भोजन के पैकेट जरूरतमंदों सरकारी कर्मचारियों के मार्फत बांटे जा रहे हैं.

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