जयपुर. कोरोना संक्रमण के बीच उपजे हालातों का घातक साइड इफेक्ट सामने आने लगा है. पहले और दूसरे लॉकडाउन के बाद बेरोजगारी जिस तरह से बढ़ी है, उसके बाद लोगों ने गलत रास्तों को चुन लिया है. जयपुर पुलिस (Jaipur Police) ने एक ऐसी गैंग को दबोचा है, जो स्कूटी पर जाती महिलाओं को टारगेट कर उनसे लैपटॉप लूटते हैं. पकड़े गए आरोपी लॉकडाउन से पहले अच्छी कंपनी में मोटी तनख्वाह पर काम करते थे.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी क्राइम ब्रांच टीम ने गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंग के आरोपी सैयद हबेब हुसैन उर्फ सद्दाम और मोहम्मद कैफ उर्फ हनी उर्फ रेहान और खरीददार हिम्मत सिंह उर्फ नरेश को (laptops loot gang arrested in Jaipur) गिरफ्तार किया है. आरोपियों से लूट की दो दर्जन वारदातों का खुलासा हुआ है. आरोपियों के कब्जे से 15 लैपटॉप और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है. वारदात के उपयोग में ली गई पॉवर बाइक भी जब्त की गई है.
स्कूटी पर चलने वाली महिलाओं को सावधान रहने की जरूरत
स्कूटी लेकर बाजारों में निकलने वाली महिलाओं को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि गैंग के बदमाश स्कूटी पर चलती महिलाओं से लूट की वारदातों को अंजाम देते हैं. डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपी सैयद हबेब हुसैन उर्फ सद्दाम जयपुर के एक सिनेमाघर में ऑपरेटर का काम करता था लेकिन कोरोना काल के कारण सिनेमा-हॉल बंद हो गए और घर के खर्च की पूर्ति के लिए 2020 में महिलाओं के बैग और पर्स छीनना शुरू किया.
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इसके बाद फरवरी 2021 से लगातार बैग छीनने की वारदातें करना शुरू कर दिया. आरोपी हिम्मत सिंह चोरी का माल ओएलएक्स पर बेचता था और कोई व्यक्ति बिल की मांग करता था तो उसे फर्जी बिल दे दिया करता था. चोरी का लैपटॉप करीब 20 से 30 हजार रुपये के बीच में बेचते थे.आरोपियों ने जयपुर के रामनगरिया, जवाहर सर्किल, बजाज नगर, मानसरोवर, मुहाना, शिप्रा पथ, महेश नगर, श्याम नगर, सोडाला समेत कई इलाकों में करीब दो दर्जन लैपटॉप और मोबाइल छीनने की वारदातें करना कबूल किया है.
केवल महिलाओं को बनाते थे निशाना
आरोपियों से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि महिलाओं के साथ वारदात करना आसान होता है क्योंकि महिलाएं आरोपियों का पीछा नहीं कर पाती है. जनवरी 2021 से पहले महिलाओं के पर्स और बैग छीनते थे लेकिन उन्हें पैसे कम निकलते थे. मोबाइल में पकड़े जाने का भी डर रहता था. जिसकी जिसकी वजह से फरवरी 2021 से स्कूटी पर चलती हुई लड़कियों और महिलाओं से लैपटॉप और बैग छीनना शुरू कर दिया. स्कूटी पर चलती हुई महिलाओं के पास लैपटॉप का बैग लूट कर उसमें रखे कागजात को कचरे के ढेर में फेंक देते थे.