जयपुर. राजस्थान कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से यह वादा किया था कि राजस्थान में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश में निकाय प्रमुखों और महापौर के चुनाव सीधे होंगे. सरकार बनने के साथ ही कांग्रेस ने इस पर निर्णय भी ले लिया और चुनाव सीधे करवाने का आदेश भी पारित कर दिया.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश की बदली राजनीतिक तस्वीर के चलते कांग्रेस को अपना निर्णय बदलने पर मजबूर होना पड़ा और आखिर फिर से कांग्रेस ने यू-टर्न लेते हुए अप्रत्यक्ष चुनाव करवाने का निर्णय लिया है.
इस मामले पर बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि पार्टी का प्रत्यक्ष चुनाव कराने का निर्णय था, लेकिन धारीवाल कमेटी बनाई गई थी और धारीवाल कमेटी के आधार पर जो रिपोर्ट आई उसे कैबिनेट के सामने रखा गया.
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पायलट ने कहा कि उसी रिपोर्ट को आधार मानते हुए मुख्यमंत्री और सरकार ने निर्णय लिया कि चुनाव अप्रत्यक्ष हो यह राजस्थान की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का फीडबैक था. उसके आधार पर यह निर्णय लिया गया है.