जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच अब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास होटल की बाड़ेबंदी से बाहर निकलकर सचिवालय और परिवहन मुख्यालय पहुंचकर अपने कामकाज को भी निपटा रहे हैं. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने परिवहन मुख्यालय पहुंचकर सभी आरटीओ और डीटीओ अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की थी. इस दौरान परिवहन मंत्री ने अब लाइसेंस और आरसी को डाक से भेजने की योजना बंद कर दी है.
इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में परिवहन मंत्री ने एक बड़ा फैसला भी लिया और आरटीओ प्रशासन द्वारा लाइसेंस और आरसी अब डाक से भी नहीं भेजेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के अंतर्गत प्रदेश के सभी आरटीओ और डीटीओ ने लाइसेंस और आरसी को डाक के माध्यम से भेजने पर नाराजगी भी जताई थी. इसके बाद मंत्री ने एक बड़ा फैसला लेते हुए लाइसेंस और आरसी को डाक से नहीं भेजने की बात भी कही थी. क्योंकि लाइसेंस और आरसी को डाक से भेजने पर पेंडेंसी लगातार बढ़ती जा रही है.
वहीं आमजन को उनके घर लाइसेंस और आरसी नहीं मिल पा रही है. क्योंकि परिवहन विभाग तो डाक विभाग को लाइसेंस देता है, लेकिन डाक विभाग कई बार लाइसेंस को घर तक नहीं पहुंचा पाता है और उसके बाद दोबारा से लाइसेंस और आरसी विभागीय के पास आ जाता है. ऐसे में आम जन को कई बार परिवहन विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं. जिसके बाद उनको लाइसेंस मिलते हैं. जयपुर की बात करें तो लाइसेंस और आरसी की पेंडेंसी 5 हजार से 10 हजार के बीच है, जिसके चलते यह फैसला लिया गया है.
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गौरतलब है कि लाइसेंस और आरसी को डाक से भेजने की योजना परिवहन विभाग दो बार शुरू कर चुका है, लेकिन दोनों बार ही यह योजना असफल हुई है. इस योजना के अंतर्गत आमजन को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके अंतर्गत सबसे बड़ा कारण परिवहन विभाग और डाक विभाग के बीच आपसी समन्वय नहीं बैठना है. इसके चलते परिवहन मंत्री ने अब लाइसेंस और आरसी को डाक से भेजने की योजना बंद कर दी है.