जयपुर. प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान बड़ी जनहानि देखने को मिली थी. बीते वर्ष की बात की जाए तो दिवाली के त्यौहार पर बड़ी संख्या में कोविड-19 संक्रमण के केस देखने को मिले थे जबकि कई मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी, वहीं इस बार प्रदेश वासियों ने कोरोना फ्री दिवाली मनाई और त्योहारी सीजन पर काफी उत्साह भी देखने को मिला.
आंकड़ों की बात की जाए तो बीते वर्ष अक्टूबर माह में हर दिन औसतन 1800 से 2000 कोविड-19 संक्रमण के मामले देखने को मिल रहे थे. इसके अलावा औसतन 8 से 10 मरीजों की मौत भी हर दिन हो रही थी. पिछले वर्ष नवंबर और दिसंबर माह में हर दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी जिसके बाद सरकार की ओर से पिछली बार त्योहारी सीजन पर पाबंदियां भी देखने को मिली थी.
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मौजूदा समय की बात करें तो कोविड-19 संक्रमण के मामलों में काफी कमी आ चुकी है जिसके बाद इस बार त्योहारी सीजन पर सरकार की ओर से कुछ पाबंदी भी हटा ली गई थी. आंकड़ों की बात की जाए तो प्रदेश में अब सिर्फ एक या दो संक्रमण के मामले ही देखने को मिल रहे हैं जिसमें बीते दिन यानी 5 नवंबर को संक्रमण का एक भी मामला प्रदेश में नहीं आया. यही कारण रहा कि इस बार प्रदेशभर में लोगों ने जमकर त्योहार का लुत्फ उठाया.
वही प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी लगातार रफ्तार पकड़ रहा है और अब तक प्रदेश में 6,29,89,073 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है. जबकि प्रदेश में अब तक 4,26,18,127 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है यानी प्रदेश की 80 फ़ीसदी से अधिक आबादी को पहली डोज लग चुकी है. 2,03,70,946 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज अब तक लगाई जा चुकी है.