जयपुर. राजस्थान में सियासी पारा अपने चरम पर है. पूरी सरकार बीते 15 दिनों से होटल में बाड़ेबंदी में है. इसका असर अब आम लोगों पर भी पड़ने लगा है. यहां तक की धरने प्रदर्शन कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने वाले लोगों को भी सरकार के प्रतिनिधि नहीं मिल रहे हैं.
हालात यह है कि अब धरना प्रदर्शन करने वाले लोग भी होटल का रुख कर रहे हैं, वो भी अपनी मांगे सरकार के सामने रखने के लिए. कुछ ऐसे ही हालात सोमवार को होटल फेयरमाउंट पर दिखाई दिए. जहां होटल फेयरमाउंट के बाहर बड़ी तादाद में आदिवासी समाज के लोग पहुंचे, जो 9 अगस्त को आदिवासी दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे थे.
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इस दौरान आदिवासी समाज के लोगों का कहना था कि वह मंत्रियों और विधायकों के घरों पर भी गए थे. लेकिन उन्हें जब पता लगा की तमाम विधायक और मंत्री होटल फेयरमाउंट पर मौजूद हैं तो ऐसे में मजबूरी में वह यहां पहुंचे हैं. करीब 1 घंटे तक जयपुर के होटल फेयरमाउंट पर कड़ी धूप में प्रदर्शन करने वाले आदिवासियों से आखिर विधायक लखन मीणा ने मुलाकात की और उनका ज्ञापन लिया. जिसके बाद ही यह आदिवासी यहां से निकले.