जयपुर. राजस्थान में लॉक डाउन और धारा 144 लागू होने के साथ ही उन लोगों के सामने दिक्कतें खड़ी हो गई हैं, जो दिहाड़ी मजदूरी के लिए जयपुर में अन्य जिलों या राज्यों से आए हुए हैं. ट्रेन और बसों के ट्रांसपोर्टेशन बंद होने के बाद यह मजदूर अपने घर भी नहीं जा सकते. इसके साथ ही उनके सामने खाने के लाले भी पड़ने लगे हैं, लेकिन इसी बीच इन लोगों को राहत देने के लिए कुछ सामाजिक कार्यकर्ता भी सामने आए. इसी कड़ी में सामाजिक कार्यकर्ता सीमा सेठी अपनी टीम के साथ रेलवे स्टेशन स्थित स्थाई रैन बसेरे में ठहरे हुए लोगों को निशुल्क खाना उपलब्ध करा रही हैं.
दोनों टाइम खाना खिलाने के लिए स्वयं सीमा सेठी अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंचती हैं. कोरोना संक्रमण नहीं फैले इसको लेकर पूरी एहतियात बरतते हुए लोगों की भूख मिटाने में लगी हैं. अपने घर से स्वयं के हाथ से खाना बनाकर वह इन लोगों को लिए लेकर आ रही हैं. सीमा सेठी बताती हैं कि यह सही है कि इस वक्त जब पूरे देश दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की आशंका है. लोगों को घरों पर रहने की अपील की जा रही है, लेकिन ऐसे में यह भी जरूरी है कि जो लोग इस लॉक डाउन और धारा 144 के बीच फंस गए हैं, उनकी मदद के लिए भी हमें आगे आना होगा.
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वह हर दिन तीन जगह पर करीब सौ से सवा सौ लोगों को अपने घर से बना हुआ खाना उपलब्ध करा रही हैं. इस दौरान न केवल स्वयं बल्कि अपनी पूरी टीम को कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैले, इसको लेकर पूरी सावधानी बरत रही हैं. मास्क लगाने और सैनिटाइजर करने के साथ पूरे एहतियात बरतते हुए वो लोगों को खाना खिला रही हैं. सीमा सेठी ने लोगों से यह भी अपील की है कि वह घर पर रहें, लेकिन इसके साथ-साथ इंसानियत के नाते उन लोगों की मदद के लिए भी आगे हाथ बढ़ाएं, जिन्हें समय जरूरत है. उन्होंने कहा कि जरूरी है कि हर व्यक्ति घर से बाहर निकल कर लोगों को खाना खिलाएं. आप घर पर बैठकर भी लोगों की अलग अलग तरीके से मदद कर सकते हैं.