जयपुर. राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखा है. जिसके तहत वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से आने वाले व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने के बजाय उन्हें सीधा होम आइसोलेशन में रखा जाए.
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने पत्र में कर्नाटक, केरल और ओडिशा की तर्ज पर राजस्थान में भी यह व्यवस्था लागू करने के लिए राज्य सरकार को एक सुझाव दिया है. कलेक्टर ने पत्र में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा अगस्त में गाइडलाइन भी जारी की गई थी. जिसमें विदेश से आने वाले व्यक्ति के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई थी. सभी यात्रियों को ऑनलाइन पोर्टल पर यात्रा के 72 घंटे पहले सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म जमा करना होता है. यात्रियों को पोर्टल पर यह अंडरटेकिंग भी देनी होती है कि वह यात्रा के बाद 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रहेंगे.
इनमें से 7 दिन इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन और 7 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा. वर्तमान में जितने भी लोग जयपुर या दूसरे शहरों में इस समय आ रहे हैं. उसमें अधिकतर मजदूर या अन्य श्रमिक वर्ग के लोग शामिल हैं. इन्हें पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन में समस्या भी आती है. जयपुर पहुंचने के बाद उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 7 दिन के लिए रखा जाता है. इसके अलावा 7 दिन होम आइसोलेशन में रखा जाता है.
जिससे इन लोगों और इनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और सरकार का अनावश्यक खर्च भी लगातार बढ़ रहा है. जिसको लेकर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है. साथ ही पत्र के माध्यम से सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रखने की बात भी जिला कलेक्टर की ओर से रखी गई है.