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जयपुर: नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव, सजी विशेष झांकी

जयपुर में देवलयों में पौषबड़ा प्रसादी का वितरण किया गया. शहर के विभिन्न मंदिरों में हलवा और पौषबड़ों का भगवान को भोग लगने के साथ ही श्रद्धालुओं को पौषबड़ा प्रसादी वितरित की गई.

Jaipur news, Mata Temple, जयपुर समाचार, विशेष झांकी
नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन
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Published : Dec 22, 2019, 8:47 AM IST

जयपुर. पौष का महीना शुरू होते ही शहरवासियों को देव स्थानों पर पौषबड़ा प्रसादी का इंतजार रहता है. शहर वासियों का यह इंतजार अब खत्म हो गया है. शहर के विभिन्न मंदिरों में हलवा और पौषबड़ों का भोग लगने के साथ श्रद्धालुओं को पौषबड़ा प्रसादी वितरित की गई. राजधानी जयपुर के आमेर स्थित नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन हुआ.

नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन

इस अवसर पर नई माता मंदिर सहित वीर हनुमान मंदिर और भगवान भोलेनाथ के दरबार में भव्य मनमोहक झांकियां सजाई गई. सभी देवालयों में पौषबड़ा और हलवे का भोग लगाया गया. दूर-दूर से भक्त माता के दरबार में पहुंचे और धोक लगाई. हजारों की संख्या में भक्तों ने माता के दरबार में पंगत प्रसादी ग्रहण की. जयवीर हनुमान युवा विकास मंडल की ओर से पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सभी देवालयों में भोग लगाने के बाद सर्वप्रथम संतों को भोजन प्रसादी करवाई गई. जिसके बाद दूरदराज से आए भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की.

यह भी पढ़ें- जयपुर में आयोजित हुई VHP के फाउंडेशन संगठन की पाठशाला

जयवीर हनुमान युवा विकास मंडल के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद सैनी ने बताया कि नई माता मंदिर में आयोजित पौषबड़ा कार्यक्रम में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. सभी भक्तों ने माता के दरबार में धोक लगाकर पंगत प्रसादी ग्रहण की. मंडल संयोजक जगन्नाथ प्रसाद ने बताया कि नई माता और हनुमान मंदिर में पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पिछले 18 वर्षों से हर साल भव्य पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि नई माता मंदिर और हनुमान मंदिर काफी प्राचीन है. जहां रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचते हैं.

क्या है पौषबड़ा?

पौषबड़ा महोत्सव एक ऐसा उत्सव है, जो हिंदू पंचांग के पौष महीने में मनाया जाता है. जिसमें दाल की पकौड़ी बनाई जाती ह. जिसका भगवान को भोग लगता है. जिसे पौषबड़ा कहा जाता है. जयपुर में अनेकों देवालयों में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन काफी समय से किया जा रहा है. विभिन्न मंदिरों में दाल के बड़े और गर्म हलवे का प्रसाद भगवान को चढ़ाया जाता है. जिसके बाद भक्तों को प्रसादी वितरित की जाती है. पौष का महीना दान के लिए भी बहुत ही शुभ माना जाता है. जयपुर के मंदिरों में पौषबड़ा महोत्सव बहुत ही प्रचलित हो चुका है. पौष के महीने में जयपुर में ऐसा कोई मंदिर नहीं बचा होगा, जहां पौषबड़ा महोत्सव नहीं मनाया जाता हो.

जयपुर. पौष का महीना शुरू होते ही शहरवासियों को देव स्थानों पर पौषबड़ा प्रसादी का इंतजार रहता है. शहर वासियों का यह इंतजार अब खत्म हो गया है. शहर के विभिन्न मंदिरों में हलवा और पौषबड़ों का भोग लगने के साथ श्रद्धालुओं को पौषबड़ा प्रसादी वितरित की गई. राजधानी जयपुर के आमेर स्थित नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन हुआ.

नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन

इस अवसर पर नई माता मंदिर सहित वीर हनुमान मंदिर और भगवान भोलेनाथ के दरबार में भव्य मनमोहक झांकियां सजाई गई. सभी देवालयों में पौषबड़ा और हलवे का भोग लगाया गया. दूर-दूर से भक्त माता के दरबार में पहुंचे और धोक लगाई. हजारों की संख्या में भक्तों ने माता के दरबार में पंगत प्रसादी ग्रहण की. जयवीर हनुमान युवा विकास मंडल की ओर से पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सभी देवालयों में भोग लगाने के बाद सर्वप्रथम संतों को भोजन प्रसादी करवाई गई. जिसके बाद दूरदराज से आए भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की.

यह भी पढ़ें- जयपुर में आयोजित हुई VHP के फाउंडेशन संगठन की पाठशाला

जयवीर हनुमान युवा विकास मंडल के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद सैनी ने बताया कि नई माता मंदिर में आयोजित पौषबड़ा कार्यक्रम में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. सभी भक्तों ने माता के दरबार में धोक लगाकर पंगत प्रसादी ग्रहण की. मंडल संयोजक जगन्नाथ प्रसाद ने बताया कि नई माता और हनुमान मंदिर में पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पिछले 18 वर्षों से हर साल भव्य पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि नई माता मंदिर और हनुमान मंदिर काफी प्राचीन है. जहां रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचते हैं.

क्या है पौषबड़ा?

पौषबड़ा महोत्सव एक ऐसा उत्सव है, जो हिंदू पंचांग के पौष महीने में मनाया जाता है. जिसमें दाल की पकौड़ी बनाई जाती ह. जिसका भगवान को भोग लगता है. जिसे पौषबड़ा कहा जाता है. जयपुर में अनेकों देवालयों में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन काफी समय से किया जा रहा है. विभिन्न मंदिरों में दाल के बड़े और गर्म हलवे का प्रसाद भगवान को चढ़ाया जाता है. जिसके बाद भक्तों को प्रसादी वितरित की जाती है. पौष का महीना दान के लिए भी बहुत ही शुभ माना जाता है. जयपुर के मंदिरों में पौषबड़ा महोत्सव बहुत ही प्रचलित हो चुका है. पौष के महीने में जयपुर में ऐसा कोई मंदिर नहीं बचा होगा, जहां पौषबड़ा महोत्सव नहीं मनाया जाता हो.

Intro:जयपुर एंकर- पौष का महीना आते ही इंतजार शहर के देव स्थानों पर पौषबड़ा प्रसादी का रहता है। शहर वासियों का यह इंतजार अब खत्म हो गया है। शहर के विभिन्न मंदिरों में हलवा और पौषबडो का भोग लगने के साथ श्रद्धालुओं को पौषबड़ा प्रसादी वितरित की गई। इसी क्रम में राजधानी जयपुर के आमेर स्थित नई माता मंदिर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन किया गया।


Body:इस अवसर पर नई माता मंदिर सहित वीर हनुमान मंदिर और भगवान भोलेनाथ के दरबार में भव्य मनमोहक झांकियां सजाई गई। सभी देवालयों में पौषबड़ा और हलवे का भोग लगाया गया। दूर-दूर से भक्त माता के दरबार में पहुंचे और माता की धोक लगाई। हजारों की संख्या में भक्तों ने माता के दरबार में पंगत प्रसादी ग्रहण की। जय वीर हनुमान युवा विकास मंडल की ओर से पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी देवालयो में भोग लगाने के बाद सर्वप्रथम संतों को भोजन प्रसादी करवाई गई। जिसके बाद दूरदराज से आए भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की। जयवीर हनुमान युवा विकास मंडल के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद सैनी ने बताया कि नई माता मंदिर में आयोजित पौषबड़ा कार्यक्रम में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। सभी भक्तों ने माता के दरबार में धोक लगाकर पंगत प्रसादी ग्रहण की। मंडल संयोजक जगन्नाथ प्रसाद ने बताया कि नई माता और हनुमान मंदिर में पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पिछले 18 वर्षों से हर साल भव्य पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंगत प्रसादी का आनंद लेते हैं। इसके साथ ही नहीं माता मंदिर में हर साल 2 बार मेले का आयोजन किया जाता है। नई माता मंदिर और हनुमान मंदिर काफी प्राचीन है। जहां रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचते हैं।


Conclusion:क्या है पौषबड़ा- पौष बड़ा महोत्सव एक ऐसा उत्सव है जो हिंदू पंचांग के पौष महीने में मनाया जाता है। जिसमें दाल की पकौड़ी बनाई जाती है जिसे पौषबड़ा कहा जाता है। जयपुर में पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन काफी समय से किया जा रहा है। विभिन्न मंदिरों में दाल के बड़े और गर्म हलवे का प्रसाद चढ़ाया जाता है। जिसके बाद भक्तों को प्रसादी वितरित की जाती है। पोष का महीना दान के लिए भी बहुत ही शुभ माना जाता है। जयपुर के मंदिरों में पौषबड़ा महोत्सव बहुत ही प्रचलित हो चुका है। आज पोष के महीने में जयपुर में ऐसा कोई मंदिर नहीं बचा होगा जहां पौषबड़ा महोत्सव नहीं मनाया जाता हो। बाईट- जगदीश प्रसाद सैनी, अध्यक्ष, जय वीर हनुमान युवा मंडल बाईट- जगन्नाथ प्रसाद, संयोजक, जय वीर हनुमान युवा मंडल
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