डूंगरपुर. जिले के पटवारी और गिरदावर संघ ने सोमवार को मौन सत्याग्रह किया. इसके तहत मौन रैली निकाली और कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. साथ ही मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर सरकार के साथ हुए समझौते को लागू करने की मांग की है.
जिले के पटवारी सरकार के साथ उनकी मांगों को लेकर हुए समझौते पर प्रभावी कार्रवाई नहीं होने के विरोध में सामूहिक अवकाश लेकर सड़क पर उतर गए. जिले के गिरदावरों ने भी उनका समर्थन किया. इधर सामूहिक अवकाश के दौरान सभी पटवारी शहर के पटवार विश्रांति भवन में एकत्रित हुए. इसके बाद पटवारियों ने जिला पटवार संघ के बैनर तले शहर में मौन सत्याग्रह रैली निकाली.
पटवारियों की निम्न मांगे हैं...
- पटवारियों की वेतन विसंगति दूर हों और उनकी ग्रेड पे 3600 की जाए
- एसीपी योजना के तहत 9, 18, 27 वर्ष पूरी करने पर सेवा अवधि के स्थान पर 7, 14, 21, 28 और 32 की सेवा अवधि पूरी करने पर चयनित वेतनमान का लाभ देते हुए पदोन्नति कर पद का वेतनमान दिया जाए
- संगठन के साथ पूर्व में हुए सभी समझौतों का निस्तारण किया जाए
सीकर में पटवारी ने आंदोलन की दी चेतावनी...
सीकर में राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले पटवारियों ने शहर में मौन रैली निकालते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने वेतन विसंगति को दूर करने की मांग की है.
यह भी पढ़ें. जयपुर : पटवारियों ने निकाला मौन जुलूस...सरकार को दी चक्काजाम की चेतावनी
उन्होंने कहा कि लंबे समय से वे 3600 ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं. जबकि, सरकार ने अभी तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया है. इसको लेकर 2018 में सरकार ने पटवारियों से समझौता भी किया था. उस वक्त सरकार ने आश्वासन दिया था कि जल्द उनकी मांग पूरी कर दी जाएगी. लेकिन, अभी तक इस मांग पर कोई निर्णय नहीं हो सका है. इस दौरान पटवारियों ने मौन रैली निकाली और सरकार के खिलाप प्रदर्शन भी किया.
अजमेर में मौन रैली निकालकर जताई नाराजगी...
अजमेर में सरकार के दो साल पूरे होने पर राजस्थान पटवारी महासंघ के बेनर तले पटवारियों ने मौन रैली निकालते हुए नाराजगी जताई.
पटवारियों ने चेतावनी दी है कि उनके ग्रेड पे के तहत हुए समझौते पर अमल किया जाए. ऐसा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा. पटवारियों ने मौन रैली निकालते हुए सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी को जताया. राजस्थान पटवार संघ की मनीषा कौशिक ने भी कहा कि कांग्रेस ने बड़े-बड़े वायदे किए थे, जिसकी बदौलत सत्ता में तो आ गई. लेकिन अब वादाखिलाफी कर रही है. जिलाध्यक्ष विनोद कुमार रतनू ने कहा कि अभी केवल मौन रैली निकाली गई है. मांगें पूरी नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.
नागौर में पटवारियों ने मुंह पर काला मास्क बांधकर जताया विरोध...
राजस्थान पटवार संघ के आह्वान पर पूर्व में हुए समझौतों पर कार्रवाई नहीं होने पर पेन डाउन हड़ताल के बाद सोमवार को मौन रैली निकाली गई. रैली के दौरान पटवारियों ने मुंह पर काला मास्क लगाकर अपना विरोध जताया. साथ ही जिला कलक्टर को सीएम अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन भी दिया.
यह भी पढ़ें. करौली: विभिन्न मांगों को लेकर पटवारियों ने निकाली मूक रैली, सरकार को दी चेतावनी
पटवारियों ने कहा कि राजस्थान पटवार संघ द्वारा 1 वर्ष से लगातार शांतिपूर्वक ढंग से ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के जरिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जा रही है. लेकिन, सरकार द्वारा लगातार अनदेखी की जा रही है. इससे पटवारियों में रोष व्याप्त है. संगठन के नागौर जिला अध्यक्ष ने जिला कलक्टर को इस बारे में सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा. उन्होंने पटवारियों के साथ हुए समझौते को लागू करने और सभी मांगों को पूरा करने की मांग की है.
पटवारियों ने कहा-बढ़ाई जाए हमारी ग्रेड-पे...
भरतपुर शहर के बिजलीघर चौराहे से पटवार संघ द्बारा संभागीय आयुक्त कार्यालय तक मौन रैली निकाली गई. रैली में जिले के सभी पटवारियों ने भाग लिया.
पटवारियों ने ग्रेड-पे बढ़ाने की मांग की है क्योंकि वर्तमान वेतनमान निम्न श्रेणी में आता है, जिसके कारण हर साल 40 प्रतिशत पटवारी नौकरी छोड़ रहे हैं. इसके अलावा कई मांगो को लेकर पटवारी संघ के नेताओ ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया. पटवार संघ के नेताओं ने बताया कि पटवारी के पास काफी जिम्मेदारी का काम रहता है.
किसानों की फसल के ओलावृष्टि, अतिवृष्टि, फसल खराबा से पटवारी जुड़े रहते हैं लेकिन पटवारियों की योग्यता को देखते हुए उनका वेतन मान काफी कम है. इसके अलावा राज्य सरकार ने पटवारियों के बारे में कभी नहीं सोचा और उनको कोई भी सुविधा मुहैया नहीं करवाई. हनुमानगढ़ में भी सैंकड़ों पटवारियों ने राजस्थान सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय पर ‘मौन रैली’ निकाली.