जयपुर. कोरोना संक्रमण का असर कम होने के साथ ही राजस्थान पटवार संघ (RAJASTHAN PATWAR ASSOCIATION) फिर से आंदोलन की रूपरेखा बनाने में जुट गया है. राजस्थान पटवार संघ ने 15 जनवरी से चल रहे अतिरिक्त पटवार मंडलों का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय किया है. प्रदेश के सभी राजस्थान पटवार संघ के जिला अध्यक्षों ने अपनी मांगों के लिए आंदोलन को फिर से शुरू करने की सहमति दे दी है. जल्द ही जयपुर के शहीद स्मारक पर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.
यह जानकारी राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल ने बुधवार को एक बयान जारी कर दी. राजस्थान पटवार संघ ग्रेड पे 3600 सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहा है. 15 फरवरी से प्रदेश के पटवारी जयपुर के शहीद स्मारक पर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे. कोरोना की दूसरी लहर से फैल रहे संक्रमण और सरकार की गाइडलाइन के कारण पटवारियों ने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया था. कोरोना के संक्रमण का असर कम होते ही राजस्थान पटवार संघ ने फिर से आंदोलन को शुरू करने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. जल्द ही राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले प्रदेश के पटवारी शहीद स्मारक पर धरना देंगे. प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों ने इसके लिए अपनी सहमति भी दे दी है.
राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल ने कहा कि अपनी मांगों को उच्चाधिकारियों तक अपने ज्ञापन पहुंचा चुके हैं. सरकार से भी कई दौर की वार्ता हो चुकी है. इसके बावजूद भी कोई बात नहीं बन पाई. उन्होंने कहा कि पहले से ही जारी 5 हजार अतिरिक्त पटवार मंडलों में पटवारी कार्य नहीं कर रहे, लेकिन कोविड संबंधित कार्य जारी है. कार्य बहिष्कार के कारण वहां की जनता को परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी किसानों को हो रही है. उनके केसीसी और बीमा क्लेम आदि काम नहीं हो पा रहे.
पटवारियों के आंदोलन से आम जनता में भी आक्रोश व्याप्त है और उनके काम रूके हुए हैं. निमिवाल ने कहा कि प्रदेश की कार्यकारिणी से भी आंदोलन के संबंध में सलाह मांगी गई थी और सभी जिला अध्यक्षों ने आंदोलन को और उग्र बनाने और जारी रखने के लिए अपनी सहमति दे दी है. निमिवाल ने कहा कि सभी जिला अध्यक्षों की सलाह के बाद अब जयपुर के शहीद स्मारक पर फिर से आंदोलन को शुरू किया जाएगा. प्रदेश महासमिति की बैठक में आंदोलन को उग्र रूप देने के लिए चर्चा भी होगी. निमिवाल ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है. उन्होंने मांग की कि सरकार को संवाद कायम रखना चाहिए. ताकि पटवारियों के आंदोलन का कोई परिणाम निकल सके.