जयपुर. झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जेडीए को 18 हजार 600 वर्ग मीटर की जगह चाहिए. ऐसे में प्रभावित 600 से ज्यादा दुकानदारों के लिए जेडीए ने निवारू रोड पर महात्मा ज्योतिबा फुले योजना विकसित कर व्यापारियों को भूखंड आवंटित किए हैं और लॉटरी के बाद अब जेडीए को जगह मिलने लगा है.
झोटवाड़ा आरओबी पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए 2018 में अंबाबाड़ी से लता सर्किल तक जेडीए ने एलिवेटेड रोड का काम शुरू किया, जिसे दिसंबर 2020 में पूरा होना था. लेकिन जगह नहीं मिलने की वजह से ये काम अटक गया. बाकी कोरोना ने भी इसकी गति में व्यवधान डाला. हालांकि जेडीए ने झोटवाड़ा एलिवेटेड परियोजना से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए निवारू रोड पर महात्मा ज्योतिबा फूले नाम से व्यावसायिक भूखण्डों की योजना विकसित की है.
इस योजना में व्यावसायिक भूखण्डों का आवंटन करने के लिए लॉटरी निकाली गई. झोटवाड़ा आरओबी के निर्माण से प्रभावित दुकानदारों एवं किराएदारों को प्रभावित भूमि/स्ट्रक्चर के पुर्नवास के लिए भूखंडों का आवंटन किया गया. इसके लिए पूर्व में मांगी गई आपत्तियों के निस्तारण की अंतिम सूची तैयार कर लॉटरी के माध्यम से प्रभावितों को भूखंडों का आवंटन किया गया और अब लॉटरी के बाद यहां जगह मिलनी भी शुरू हो गई है. इंजीनियरिंग शाखा की मानें तो अब यहां काम तेजी से हो सकेगा और तय लक्ष्य के अनुसार दिसंबर 2022 तक इसका काम पूरा कर लिया जाएगा.
बता दें कि इस परियोजना की लंबाई 2450 मीटर है, जिसकी कुल लागत है 166.73 करोड़ रुपए है. वर्तमान में मौजूद झोटवाड़ा आरओबी यातायात के लिहाज से कन्जेस्टेड हो गया है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद झोटवाड़ा से सीकर रोड, परकोटा, अजमेर रोड, दिल्ली रोड जाने वाले लाखों लोगों को आवाजाही में सहूलियत होगी.