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ट्रेनों में सफर के दौरान यात्री नहीं कर रहे कोरोना गाइडलाइन की पालना - trains of rajasthan

देशभर में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन पूरी तरह जुटा है. जयपुर जंक्शन सहित अन्य रेलवे स्टेशन पर तो सख्ती दिखाई देती है लेकिन ट्रेनों में सफर के दौरान नियम टूटते नजर आ रहे है. वहीं ट्रेनों में यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना नहीं हो रही. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का डर अन्य यात्रियों को सता रहा है.

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कोरोना गाइडलाइन की पालना
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Published : Aug 27, 2020, 6:35 PM IST

जयपुर. कोरोना काल में उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन की सख्ती स्टेशनों पर दिखाई दे रही है, लेकिन यात्री ट्रेन में सफर के दौरान मास्क हटाकर यात्रा कर रहे हैं. रेलवे प्रशासन से कुछ यात्रियों ने ट्रेन में बिना मास्क के सफर कर रहे यात्रियों की शिकायत भी की. लेकिन इसके बावजूद भी रेलवे प्रशासन इसे रोकने में कामयाब नहीं हो रहा है. वहीं रेलवे प्रशासन केवल समझाइश कर खाना पूर्ति कर रहा है.

ट्रेनों में यात्री नहीं कर रहे कोरोना गाइडलाइन की पालना

दरअसल, लॉकडाउन के बाद फिर से शुरू हुआ रेलवे सफर यात्रियों और रेलवे प्रशासन दोनों के लिए चुनौतियों से भरा है. रेलवे प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए यात्रा के दौरान मास्क अनिवार्य कर दिया है. ट्रेन पकड़ने या उतरने तक के बाद यात्री इनकी बखूबी से पालना करते हैं, लेकिन चढ़ने के बाद यात्री मास्क उतार देते हैं.

पढ़ेंः जयपुर कलेक्टर का सांभर झील दौरा, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

जयपुर जंक्शन से गुजरने वाली आश्रम एक्सप्रेस, जयपुर-जोधपुर सुपरफास्ट, जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट में अमूमन ऐसा देखने को मिल रहा है. इनमें ज्यादा मामले स्लीपर श्रेणी डिब्बों से आ रहे हैं. इसको लेकर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर बिना मास्क दिखाई देने पर यात्रियों से जुर्माना वसूला जा रहा है, लेकिन ट्रेनों में बिना मास्क लगाए यात्रियों पर जुर्माना लगाए जाने का रेलवे कर्मचारियों को कोई अधिकार नहीं है क्योंकि रेलवे एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.

ऐसे में टीटीई और आरपीएफ यात्रियों को समझाने के अलावा कोई और कार्रवाई नहीं कर सकते हैं. दूसरी तरफ कई ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना होती नजर नहीं आ रही है. इन हालात में अन्य यात्रियों को संक्रमण फैलने का भय सता रहा है.

पढ़ेंः खान विभाग को साढ़े 4 महीनों में 253.21 करोड़ रुपए राजस्व का भारी नुकसान

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि सभी यात्री ट्रेन में सफर करते समय या स्टेशन पर कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. मास्क अवश्य लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें. कोरोना से बचाव का एकमात्र तरीका यही है. जिससे यात्री भी सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे. सभी को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके.

जानकारी के अनुसार बुधवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के कोरोना नोडल अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. केंद्रीय रेलवे अस्पताल के एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वह डॉक्टर पिछले 5 महीने से बिना छुट्टी लिए कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे थे. वहीं जयपुर डीआरएम कार्यालय में एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

जयपुर. कोरोना काल में उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन की सख्ती स्टेशनों पर दिखाई दे रही है, लेकिन यात्री ट्रेन में सफर के दौरान मास्क हटाकर यात्रा कर रहे हैं. रेलवे प्रशासन से कुछ यात्रियों ने ट्रेन में बिना मास्क के सफर कर रहे यात्रियों की शिकायत भी की. लेकिन इसके बावजूद भी रेलवे प्रशासन इसे रोकने में कामयाब नहीं हो रहा है. वहीं रेलवे प्रशासन केवल समझाइश कर खाना पूर्ति कर रहा है.

ट्रेनों में यात्री नहीं कर रहे कोरोना गाइडलाइन की पालना

दरअसल, लॉकडाउन के बाद फिर से शुरू हुआ रेलवे सफर यात्रियों और रेलवे प्रशासन दोनों के लिए चुनौतियों से भरा है. रेलवे प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए यात्रा के दौरान मास्क अनिवार्य कर दिया है. ट्रेन पकड़ने या उतरने तक के बाद यात्री इनकी बखूबी से पालना करते हैं, लेकिन चढ़ने के बाद यात्री मास्क उतार देते हैं.

पढ़ेंः जयपुर कलेक्टर का सांभर झील दौरा, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

जयपुर जंक्शन से गुजरने वाली आश्रम एक्सप्रेस, जयपुर-जोधपुर सुपरफास्ट, जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट में अमूमन ऐसा देखने को मिल रहा है. इनमें ज्यादा मामले स्लीपर श्रेणी डिब्बों से आ रहे हैं. इसको लेकर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर बिना मास्क दिखाई देने पर यात्रियों से जुर्माना वसूला जा रहा है, लेकिन ट्रेनों में बिना मास्क लगाए यात्रियों पर जुर्माना लगाए जाने का रेलवे कर्मचारियों को कोई अधिकार नहीं है क्योंकि रेलवे एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.

ऐसे में टीटीई और आरपीएफ यात्रियों को समझाने के अलावा कोई और कार्रवाई नहीं कर सकते हैं. दूसरी तरफ कई ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना होती नजर नहीं आ रही है. इन हालात में अन्य यात्रियों को संक्रमण फैलने का भय सता रहा है.

पढ़ेंः खान विभाग को साढ़े 4 महीनों में 253.21 करोड़ रुपए राजस्व का भारी नुकसान

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि सभी यात्री ट्रेन में सफर करते समय या स्टेशन पर कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. मास्क अवश्य लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें. कोरोना से बचाव का एकमात्र तरीका यही है. जिससे यात्री भी सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे. सभी को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके.

जानकारी के अनुसार बुधवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के कोरोना नोडल अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. केंद्रीय रेलवे अस्पताल के एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वह डॉक्टर पिछले 5 महीने से बिना छुट्टी लिए कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे थे. वहीं जयपुर डीआरएम कार्यालय में एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

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