जयपुर. जयपुर एयरपोर्ट पर इन दिनों हवाई यात्रा की स्थिति बिगड़ती हुई नजर जा रही है. आधा दर्जन फ्लाइट तो सुबह 12 से पहले ही रद्द कर दी जाती है. रोजाना 10 से 12 फ्लाइट रद्द हो रही है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कोविड-19 महामारी.
कोरोना की वजह से यात्रियों में जबरदस्त खौफ फैला हुआ है. अलग-अलग राज्यों की ओर से नेगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की अनिवार्यता ने भी परेशानी खड़ी कर दी है. इस कारण बहुत कम संख्या में यात्री यात्रा करना पसंद कर रहे हैं. केवल जरूरी कार्य से ही लोग हवाई यात्रा करते हैं. यात्री भार की कमी के चलते एयरलाइंस को फ्लाइट रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
दरअसल, अप्रैल माह के पहले पखवाड़े तक यात्रीभार सामान्य चल रहा था. मार्च माह के पहले पखवाड़े में जयपुर एयरपोर्ट जाना 40 फ्लाइट का संचालन हो रहा था. लेकिन कोविड-19 के खौफ के चलते एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा लगातार फ्लाइट रद्द की जा रही है. जयपुर एयरपोर्ट से अभी रोजाना 30 फ्लाइट ही संचालित हो रही है और यात्री भार भी घटकर 4000 से कम ही रह गया है.
वहीं पिछले लॉकडाउन के बाद की बात की जाए तो 25 मई से हवाई यातायात दोबारा से शुरू किया गया था. लेकिन शुरुआती दिनों में जयपुर एयरपोर्ट पर यात्री भार में बिल्कुल भी बढ़ोतरी नहीं हुई थी. दीवाली के सीजन के बाद जयपुर एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या दोबारा से बढ़ने लगी थी और लाखों में पहुंचने लगी थी लेकिन अब एक बार दोबारा से वही कोरोना का कहर जयपुर एयरपोर्ट पर देखने को मिल रहा है. उसके कहर के चलते अब यात्रियों की संख्या में 60% तक की गिरावट भी दर्ज की गई जा रही है. जहां रोजाना 10,000 से अधिक यात्रियों का जयपुर एयरपोर्ट पर आवागमन हो रहा था. तो अब यह संख्या घटकर 4000 तक की रह गई है. इससे एयरलाइंस कंपनियों के राजस्व में भी लगातार कमी हो रही है.
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि यदि कोरोना का कहर इसी तरह जारी रहा तो आने वाले दिनों में हवाई यात्रा के लिए दिन अच्छे नहीं होंगे. आने वाले दिनों में हवाई यात्रा के लिए ही हालत कठिन हो सकते हैं. आगामी दिनों में यदि कोरोना के हालात नहीं सुधरे तो फ्लाइट रद्द होने का आंकड़ा और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है. वहीं गिरते यात्री भार के बीच एयरलाइंस कंपनियों को फ्लाइट रद्द करने के लिए मजबूर भी होना पड़ सकता है.