जयपुर. लॉकडाउन में स्कूलों की ओर से फीस लेने पर उनके खिलाफ प्रदर्शन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सोमवार को भी जयपुर एक प्रतिष्ठित स्कूल के बाहर अभिभावकों ने प्रदर्शन किया. जयपुर की जयश्री पेरीवाल स्कूल महापुरा के बाहर अभिभावकों ने फीस कम करने, ऑनलाइन क्लास का समय कम करने और पेरेंट्स की ईमेल का जवाब नहीं दिए जाने को लेकर ज्ञापन दिया. प्रदर्शन के दौरान अभिभावकों की संख्या अधिक होने के कारण स्कूल प्रबंधन बाहर आने से ही डर गया.
लॉकडाउन में निजी स्कूलों की ओर से चलाई जा रही ऑनलाइन क्लास और फीस को लेकर समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. जयपुर शहर में कई जगह को फीस को लेकर अभिभावकों ने प्रदर्शन भी किया. ऐसा ही प्रदर्शन पेरीवाल स्कूल महापुरा के बाहर भी अभिभावकों ने सोमवार को किया और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी स्कूल प्रबंधन को दिया गया.
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ज्ञापन में अभिभावकों ने बताया कि प्राइवेट स्कूलों की ओर से ऑनलाइन क्लासेज अस्थाई रूप से शुरू की गई थी और अब इसे धीरे-धीरे नियमित प्रक्रिया के तहत स्थाई किया जा रहा है. अभिभावकों का कहना है कि इन ऑनलाइन क्लासों के लिए अभिभावकों पर बच्चों को शामिल करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. इन ऑनलाइन क्लासों के माध्यम से स्कूल प्रबंधन की ओर से पूरी चीज की मांग की जा रही है.
अभिभावकों ने कहा कि इस तरह की सूचना मिली है कि प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को लिखित परीक्षा देनी होगी और दिए गए उत्तर अपलोड करना होगा. यह वरिष्ठ वर्ग के बच्चों के लिए समझ में आने वाला काम है, लेकिन एक 7-8 साल के बच्चा कैसे इस तरह एग्जाम दे सकता है. पिछले साल स्कूल की ओर से मोबाइल फोन के उपयोग के खिलाफ सत्र आयोजित किए गए थे. यहां तक कि पेरेंट्स मीटिंग में भी हमें उनके मोबाइल और लैपटॉप के प्रयोग को प्रतिबंधित करने के लिए कहा गया था, लेकिन अब स्कूल प्रबंधन कहता है कि यह नया युग है, इसे अपनाया जाना जरूरी है. यह सब चीजें बच्चों को भ्रमित करती हैं. बच्चा कन्फ्यूजन में है कि क्या सही है और क्या गलत.
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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में पहले माता-पिता घर पर रहते थे तो ऑनलाइन क्लास बच्चों को पढ़ने में कोई परेशानी नहीं होती थी, लेकिन अब दोनों में से एक या दोनों ही काम पर जाने लगे हैं. इसके कारण बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञापन में मांग की गई ऑनलाइन कक्षाओं के अलावा फीस के मामले में भी स्कूल प्रबंधन विचार करें. रेगुलर क्लास के स्थान पर ऑनलाइन क्लास के लिए फीस कम होनी चाहिए. माता पिता को ऑनलाइन क्लास के लिए नए टैब , लैपटॉप, बड़े स्क्रीन वाले मोबाइल खरीदने पड़ते हैं. इंटरनेट पैक व अन्य सुविधाएं अपने बच्चों को उपलब्ध कराने पड़ रहे हैं.