जयपुर. राजस्थान की सरकार एक निजी होटल में अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ बाड़ेबंदी में है. उसी होटल के बाहर गुरुवार को बड़ी तादाद में अभिभावक पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे, जिससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. इस दौरान स्कूल संचालकों की ओर से वसूली जा रही मनमानी स्कूल फीस के विरोध में अभिभावकों ने विरोध भी जताया.
दरअसल, पेरेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले काफी बड़ी संख्या में अभिभावक हाथों में तख्तियां लेकर होटल पहुंचे और बाहर सड़क पर खड़े होकर सरकार की ओर अपना ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शन किया. इस दौरान इन अभिभावकों के हाथों में तख्तियां भी थी, जिन पर फीस माफी के लिए लिखा हुआ था. वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से उनसे समझाइश की गई, इसके बाद अभिभावकों की ओर से मुख्यमंत्री के नाम पुलिस अधिकारी को ज्ञापन सौंपा भी गया.
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इस दौरान अभिभावकों की ओर से कहा गया कि सरकार उन्हें 3 महीने की फीस से निजात दिलाए. सरकार ने 15 जून तक स्कूल फीस नहीं वसूलने को लेकर स्कूलों को निर्देश भी दिए, लेकिन इसके बावजूद स्कूल संचालक नाम काटने की धमकी देकर अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं और ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर उन्हें लूट रहे है.
पेरेंट्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में 6 सूत्रीय मांग रखी गई है, जिनमें जब तक स्कूल नहीं खुले निजी स्कूलों की फीस लेने पर रोक लगाई जाए, यानी 'नो स्कूल, नो फीस'. वहीं, छोटे बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज बंद की जाए और कोई भी स्कूल इस सत्र में या अगले सत्र में फीस की बढ़ोतरी ना करें.
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साथ ही निजी स्कूलों में कॉपी-किताब बेचने पर रोक लगाई जाए. वर्तमान सत्र को स्थगित कर अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाए और स्कूल में प्रवेश सत्र के दौरान रजिस्ट्रेशन पूर्व निर्धारित 200 रुपए ही रखा जाए, ना कि बढ़ाकर 2 हजार किया जाए.