अजमेर. स्कूल फीस को लेकर कई प्राइवेट स्कूल और अभिभावकों के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है, जबकि हाई कोर्ट ने ट्यूशन फीस का 70 फीसदी फीस ही लिए जाने के आदेश स्कूलों को दिए थे. बावजूद इसके कई स्कूल अभिभावकों से पूरी फीस वसूल कर रहे हैं, बल्कि गत वर्ष की मार्च से जून तक की फीस भी वसूल की जा रही है. इसको लेकर अभिभावक अपना विरोध जता रहे हैं.
इस बार अभिभावकों ने केसर गंज स्थित सेंट एंसलम स्कूल में अपना विरोध जताया. अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन ना हाईकोर्ट के आदेश मान रहा है और जिला प्रशासन का उसे डर है. अभिभावकों से पूरी फीस वसूल की जा रही है, जबकि हाईकोर्ट के आदेश है कि स्कूल केवल ट्यूशन फीस का 70 फीसदी ही अभिभावकों से ले सकता है. लेकिन सेंट एंसलम स्कूल प्रबंधक हाई कोर्ट के आदेशों का कोई असर नहीं पड़ रहा है. अभिभावकों ने स्कूल के प्राचार्य से मुलाकात करने के लिए काफी कोशिश की, लेकिन प्राचार्य के बाहर होने का हवाला देकर अभिभावकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
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अभिभावकों ने प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भाजपा से अभिभावकों के सहयोग में प्रशासन और जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने की मांग की है. अभिभावकों का कहना है कि नगर निगम चुनाव में दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों को स्कूल फीस का मुद्दा अपने घोषणा पत्र में शामिल करना चाहिए. अभिभावकों ने बताया कि स्कूल ना ही अर्धवार्षिक परीक्षा का परिणाम भी जारी नहीं किया है. वहीं अभिभावकों को मार्कशीट नहीं देने की धमकी दी जा रही है. कई अभिभावकों का कहना है कि फीस जमा नहीं करवाने पर ऑनलाइन पढ़ाई से भी कई बच्चों को वंचित कर दिया गया है.