जयपुर. राजधानी जयपुर (Jaipur) में पैराटीचर्स ने नियमितीकरण को लेकर शनिवार को अनूठे तरीके से गहलोत सरकार (Gehlot Government) के खिलाफ शहीद स्मारक पर विरोध प्रदर्शन किया. शहीद स्मारक पर राजस्थान मदरसा पैराटीचर, राजीव गांधी पैरा टीचर और शिक्षाकर्मियों की तरफ से सरकार के खिलाफ यज्ञ, कुरानखानी और अरदास कार्यक्रम कर सरकार का विरोध किया गया. खास बात यह कि कुरान खानी, यज्ञ और अरदास कार्यक्रमों में सभी धर्म के लोगों ने शिरकत की.
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पैराटीचर्स का कहना है कि हम लोग 15 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना (Indefinite Strike By Parateachers) जयपुर के शहीद स्मारक पर दे रहे हैं. लेकिन हम लोगों की नियमितीकरण की मांग को तवज्जो नहीं दी जा रही. इसलिए अनूठे विरोध प्रदर्शन कर सरकार से यह गुजारिश कर रहे है कि हमारी जायज मांगों की तरफ तवज्जो दी जाए. संघर्ष समिति का कहना है कि अगर हम लोगों की मांगों की तरफ तवज्जो नहीं दी गई तो हम उग्र रूप से आंदोलन (Furious Movement) करेंगे.
शहीद स्मारक पर महापड़ाव खत्म
मदरसा पैराटीचर्स (Madrasa Parateacher), राजीव गाँधी पैराटीचर्स (Rajiv Gandhi Para Teacher) और शिक्षाकर्मियों का पिछले कई दिनों से शहीद स्मारक (Memorial) पर चल रहा महापड़ाव अब खत्म हो गया है. महापड़ाव के संयोजक शमशेर भालू खान ने महापड़ाव खत्म करने का ऐलान किया है. बता दें कि 1 नवंबर से जयपुर के शहीद स्मारक पर महापड़ाव चल रहा था.
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शमशेर भालू खान ने कहा कि अब जो भी हमारे प्रदर्शनकारी थे वह अपने अपने इलाके में अपने अपने विधायकों के घरों के बाहर में विरोध प्रदर्शन कर धरना देंगे. आगे जब भी हम लोगों को जरूरत होगी तब सभी लोग जयपुर में दोबारा से एकत्र होंगे और आगे की रणनीति बनाई जाएगी. उनका कहना है कि शहीद स्मारक पर जो 15 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना हमारी नियमितीकरण की मांग को लेकर जारी था वह धरना आगे भी इसी तरह से जारी रहेगा, जिसमें अलग-अलग जिलों के अलग-अलग लोग रोजाना में हिस्सा लेंगे.