जयपुर. इस बाबत पंचायत सहायकों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया. पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्टर से गुहार लगाई कि वे उनकी मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएं. पंचायत सहायकों ने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने के बाद पंचायत सहायकों को स्थाई कर दिया जाएगा लेकिन इसके बावजूद भी हमें स्थाई नहीं किया गया.
पढ़े- अयोध्या विवाद: SC का आदेश, 6 अगस्त से होगी हर दिन सुनवाई
पंचायत सहायकों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपकर स्थाई करने की मांग की. पंचायत सहायकों ने ज्ञापन में बताया कि पंचायत सहायकों की कार्य अवधि बढ़ाने के आदेश जारी कर स्थाई समाधान किया जाए. पंचायत सहायकों को एक विभाग करते हुए मानदेय 24165 किया जाए. पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया चयन से वंचित विद्यार्थी मित्र शिक्षकों के लिए 6000 पद बढ़ाकर रोजगार उपलब्ध कराया जाए. सर्वोच्च न्यायालय में अटकी विद्यालय सहायक भर्ती की पैरवी करवा कर स्थाई रोजगार उपलब्ध कराया जाए.
पढ़े- जम्मू कश्मीर सरकार का बड़ा आदेश, सारे पर्यटकों को बाहर जाने को कहा, अमरनाथ यात्रा पर हमले की आशंका
राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के जयपुर जिला अध्यक्ष हेमंत गिठाला ने बताया कि प्रदेश के 33 जिलों में राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर स्थाई रोजगार की मांग कर रहे हैं. जयपुर में भी जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर पंचायत सहायकों को स्थाई करने की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि 8 जुलाई को भी बड़ा आंदोलन किया गया था जिसमें सरकार ने कहा था कि उन्हें जल्द ही स्थाई रोजगार दे दिया जाएगा लेकिन सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो हम सड़कों पर उतरेंगे और एक बड़ा आंदोलन करेंगे.