जयपुर: पंचायत चुनावों के नतीजे रोचक माने जा रहे हैं. खासकर पंचायत समिति चुनाव के 6 जगह के परिणाम. वो इसलिए क्योंकि यहां मामला 50-50 पर अटक गया है. Mixed परिणाम तो सचिन पायलट कैम्प के भी हाथ लगा है. कांग्रेस के इस खेमे के विधायकों की साख भी दांव पर थी और अंदरखाने से जो बात निकल कर आ रही है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि माहौल थोड़ी खुशी, थोड़ा गम वाला है.
यहां हुआ कांग्रेस भाजपा के बीच टाई, निर्दलीय लगाएंगे नैया पार
राजस्थान में हुए पंचायत समिति चुनाव में 6 जगह नतीजे काफी रोचक रहे हैं. यहां छह पंचायत समितियों ऐसी है जहां मुकाबला बराबरी पर छूटा यानी टाई रहा. ऐसे में पांच पंचायत समिति में तो निर्दलीय ही तय करेंगे कि प्रधान किसका होगा? वहीं शेरगढ़ की चामू पंचायत समिति ऐसी है जहां भाजपा-कांग्रेस (BJP-Congress)के साथ ही आरएलपी (RLP) के भी बराबर प्रत्याशी जीते हैं. ऐसे में इस टाई में कौन किसके सेहरे पर ताज पहनाएगा ये देखना काफी रोचक होगा.
इन विधायकों में मामला अटका!
जिन विधानसभाओं की पंचायत समितियों (Panchayat Chunav 2021 Result) में टाई हुआ है उनमें विधायक दिव्या मदेरणा की ओसियां विधानसभा की ओसियां पंचायत समिति है. जिसमें भाजपा और कांग्रेस के 11-11 सदस्य जीते हैं. कांग्रेस विधायक किशना राम विश्नोई की लोहावट विधानसभा की आउ पंचायत समिति में भाजपा और कांग्रेस के के 7-7 पंचायत समिति सदस्य विजयी रहे. कांग्रेस विधायक इंद्राज गुर्जर की विराटनगर की पावटा पंचायत समिति में भाजपा और कांग्रेस दोनों के 10 -10 पंचायत समिति सदस्य जीते हैं. तो कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा की आंधी पंचायत समिति में कांग्रेस और भाजपा के 9-9 पंचायत समिति सदस्य जीते. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सतीश पूनिया की आमेर विधानसभा की आमेर पंचायत समिति में 11-11 सदस्य कांग्रेस और भाजपा के चुने गए हैं. वहीं, विधायक मीना कंवर की शेरगढ़ विधानसभा में आने वाली चामू पंचायत समिति में कांग्रेस, भाजपा और आरएलपी तीनों पार्टियों के ही 5-5 पंचायत समिति सदस्य जीते हैं. यही मामले को अटकाता और भटकाता भी है.
पायलट कैंप के 5 में से 2 पास, 2 फिफ्टी-फिफ्टी तो 1 फेल
पंचायत समिति चुनाव में पायलट कैम्प के विधायकों की भी साख दांव पर लगी थी. वजह भी अहम थी, क्योंकि चुनाव पूर्वी राजस्थान में भी था. तो ऐसे में पायलट कैंप के विधायक भी इस जद में थे. इनमे पायलट कैम्प के बयाना विधायक अमर सिंह जाटव कि दोनों पंचायत समिति बयाना और रूपबास पंचायत समिति में निर्दलीयों को पूर्ण बहुमत मिला है. इसी तरीके से पायलट कैम्प के दौसा के बांदीकुई विधायक गजराज खटाना की विधानसभा में आने वाली बांदीकुई बेजुपाड़ा और बसवा पंचायत समिति में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है.
पायलट कैंप के विधायक मुरारी लाल मीणा की दौसा पंचायत समिति (Panchayat Chunav 2021 Result) में तो कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है लेकिन नांगल राजावतान और लवाण पंचायत समिति में मुरारी लाल मीणा की पतवार निर्दलीयों के हाथ में है. इसी तरीके से विराटनगर विधायक इंद्राज गुर्जर की विराटनगर पंचायत समिति में तो कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाने में कामयाब हुए हैं लेकिन पावटा पंचायत समिति में मुकाबला बराबरी पर छूट गया है. इसी तरीके से विधायक वेद सोलंकी के विधानसभा क्षेत्र की चाकसू पंचायत समिति में तो निर्दलीयों के सहारे वेद सोलंकी प्रधान बना लेंगे, लेकिन वेद सोलंकी की विधानसभा चाकसू में आने वाली माधोराजपुरा पंचायत समिति और कोटखावदा में भाजपा का प्रधान बनना तय है.
छह निर्दलीय विधायकों और आरएलडी (RLD) टिकट जिम्मेदारी पड़ी कांग्रेस को भारी!
राजस्थान में 6 जिलों के पंचायतों के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 6 निर्दलीय विधायकों और कांग्रेस समर्थित दल आरएलडी के कोटे (RLD Quota) से मंत्री बने सुभाष गर्ग पर कांग्रेस के टिकट वितरण की जिम्मेदारी सौंपी थी. इन छह विधायकों में निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ,संयम लोढ़ा, ओम प्रकाश हुडला, रामकेश मीणा आलोक बेनीवाल और लक्ष्मण मीणा थे.
मंत्री सुभाष गर्ग पर भरतपुर के सेवर पंचायत समिति के टिकट बांटने की जिम्मेदारी थी. लेकिन यह फैसला जनता को कोई खास रास नहीं आया. यही कारण है कि 7 में से 3 विधायक अपनी पंचायत समिति में चुनाव नहीं जीता सके. वहीं, तय हो गया है कि 3 निर्दलीय विधायक अपनी विधानसभा के पंचायत समिति में निर्दलीयों के सहारे ही प्रधान बना सकेंगे. हालांकि इन 7 में से बस्सी के निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा ने अपनी दोनों पंचायत समितियों बस्सी और तुंगा में कांग्रेस का प्रधान बनाने के लिए पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है.
यहां प्रधान निर्दलीयों के सहारे
ऐसी 3 पंचायत समितियां हैं प्रधान निर्दलीयों की कृपा पर ही चुने जाएंगे. इनमें महुआ, शाहपुरा और गंगापुर सिटी शामिल है.
महुआ पंचायत समिति से निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुडला- महुआ के 33 पंचायत समिति सदस्यों में से भाजपा के 12, कांग्रेस के 14, बीएसपी के 3 और 4 पंचायत समिति सदस्य निर्दलीय जीते हैं. ऐसे में महुआ पंचायत समिति में प्रधान बनाने के लिए कांग्रेस निर्दलीयों के सहारे रहेगी.
शाहपुरा पंचायत समिति से निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल- शाहपुरा की 23 पंचायत समिति सदस्यों में से 9 कांग्रेस, 10 निर्दलीय और 4 पंचायत समिति सदस्य भाजपा के निर्वाचित हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस को प्रधान बनाने के लिए निर्दलीयों का सहारा लेना पड़ेगा.
गंगापुर सिटी निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा- गंगापुर सिटी के 23 पंचायत समिति सदस्यों में से 10 भाजपा के, 8 कांग्रेस के और 5 निर्दलीय पंचायत समिति सदस्य चुनाव जीते है. ऐसे में गंगापुर सिटी पंचायत समिति प्रधान निर्दलीयों पर निर्भर करेगा.
2 निर्दलीय विधायकों की पंचायत समिति जहां लहरा BJP का झंडा
दूदू से निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर- दूदू के 15 पंचायत समिति सदस्यों में से भाजपा के 8 और कांग्रेस के 7 पंचायत समिति सदस्यों ने जीत दर्ज की है. ऐसे में दूदू में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है और प्रधान भी भाजपा का ही बनेगा.
मोजमाबाद से दूदू विधायक बाबूलाल नागर- मोजमाबाद की 17 पंचायत समिति में से 15 पंचायत समिति में भाजपा, दो में कांग्रेस को जीत मिली. मोजमाबाद में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा प्रधान बनाएगी.
फागी (निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर)- फागी के 15 पंचायत समिति सदस्यों में से 9 भाजपा और 6 कांग्रेस के पंचायत समिति सदस्य बने हैं. ऐसे में भाजपा को फागी में पूर्ण बहुमत मिला है और प्रधान भी भाजपा का ही बनेगा.
सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा- सिरोही के 17 पंचायत समिति सदस्यों में से 14 भारतीय जनता पार्टी (BJP) के और 3 कांग्रेस (Congress) के पंचायत समिति सदस्य चुनाव जीते हैं. ऐसे में पूर्ण बहुमत के साथ सिरोही पंचायत समिति का प्रधान भारतीय जनता पार्टी का बनेगा.
यहां आरएलडी कोटे से बने मंत्री हुए Fail!
भरतपुर से आरएलडी विधायक (RLD MLA) और मंत्री सुभाष गर्ग के विधानसभा क्षेत्र की सेवर पंचायत समिति में भी चुनाव थे. लेकिन इन पंचायत समिति चुनाव में निर्दलीयों ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया. सेवर पंचायत समिति की 25 पंचायत समिति सदस्यों में से भाजपा को 4 और कांग्रेस को 6 पंचायत समिति सदस्यों के साथ ही संतोष करना पड़ा. सेवर पंचायत समिति से 15 पंचायत समिति सदस्य निर्दलीय बने हैं ऐसे में निर्दलीयों को यहां पूर्ण बहुमत मिला है.
एक निर्दलीय विधायक जो कांग्रेस की अपेक्षाओं पर उतरे खरे
बस्सी पंचायत समिति से निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा- बस्सी के 27 पंचायत समिति सदस्यों में से 15 कांग्रेस, 6 भाजपा को 6 निर्दलीय जीते हैं. कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है और प्रधान भी कांग्रेस का बनेगा.
तुंगा पंचायत समिति से निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा- तुंगा के 17 पंचायत समिति सदस्यों में से 8 कांग्रेस, 6 भाजपा और 2 पर निर्दलीय जीते है. क्योंकि एक समिति में मतदान का बहिष्कार किया गया था ऐसे में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिल गया है और प्रधान भी कांग्रेस का होगा ये तय है.