जयपुर. कोरोना काल के बाद एक बार फिर शाही सफर शुरू हो (Palace on Wheels run after corona period) गया. करीब 3 साल के लंबे इंतजार के बाद प्रदेश में पैलेस ऑन व्हील्स फिर से पटरी पर दौड़ पड़ी है. फेम टूर के लिए गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर सीएम अशोक गहलोत हरी झंडी दिखा कर (Gehlot showed green signal to Palace on Wheels) रवाना किया. फेम टूर में जयपुर से सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, बूंदी, अजमेर शामिल है.
80 के दशक में शुरू हुई थी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 80 के दशक में पहली बार पैलेस ऑन व्हील्स की शुरुआत हुई थी. उस वक्त यह बहुत पसंद की गई थी. देश-विदेश में लगातार इसकी पॉपुलरटी बढ़ती गई. हालांकि बीच में कोरोना के चलते रुकावट आ गई थी. अब फिर से इस शाही शफर को शुरू किया गया है. सीएम गहलोत ने कहा कि यह मुबारक मौका है, सब को बधाई है. आने वाले दिनों में ये पर्यटकों को और ज्यादा पसंद आएगी.
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ट्यूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार टूरिज्म को लेकर लगातार हम प्रयास कर रही हैं. पिछले बजट में हमने 500 करोड़ का प्रावधान रखा था. इस बार जो बजट है उसमें 2022 -23 में 1000 करोड़ रखा है. गहलोत ने कहा कि हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि प्रदेश में पयर्टन को बढ़ाया जाए. पहली बार 40 सालों से जो मांग थी कि टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाए, वो हमने पूरा किया. वास्तविक रूप से अब टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा मिल गया है. पैलेस ऑन व्हील्स को लेकर भी कार्य किस तरह और आगे बढ़ाया जाए इसको लेकर भी काम कर रहे हैं. गहलोत ने कहा कि रेलवे बोर्ड और टूरिज्म का जॉइंट एडवेंचर है. इसको काफी पसंद किया जा रहा है.
12 अक्टूबर से पैलेस ऑन व्हील्स का अधिकारिक टूर
पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन के पहला अधिकारिक टूर 12 अक्टूबर को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से शुरू होगा. पहले टूर के लिए 38 केबिन अभी तक बुक हो चुके हैं. दूसरा टूर 19 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसके लिए 9 केबिन बुक हो चुके हैं. वहीं भाई दूज के दिन 26 अक्टूबर को शुरू होने वाले टूर के लिए 47 केबिन बुक हो चुके हैं. ऐसे में पर्यटन विकास निगम प्रयास कर रहा है कि 26 अक्टूबर की बुकिंग को 19 अक्टूबर में समायोजित किया जाए ताकि दीपावली टूर शानदार हो सके और पर्यटकों को देश के सबसे बड़े त्यौहारों की झलक मिल सके. पैलेस ऑन व्हील ट्रेन में एक बार में 82 पर्यटक यात्रा कर सकते हैं.
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कोरोना के कारण बंद किया गया था संचालन
कोरोना के चलते पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का संचालन 2019 में बंद कर दिया गया था. अब पर्यटन विकास निगम के प्रयासों से पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का संचालन दोबारा से शुरू किया जा रहा है. इसके लिए रेलवे से नया एग्रीमेंट किया जा रहा है.
सीएम ने पी कुल्हड़ में चाय
पैलेस ऑन व्हील्स को हरीझंडी दिखाने के बाद जैसे ही सीएम अशोक गहलोत गांधी नगर रेलवे स्टेशन से बाहर निकले तो बाहर की तरफ आरटीडीसी की तरफ से लगाए गए पंडाल के पास रुके और वहां पर कुल्हड़ की चाय पी. न केवल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बल्कि उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने भी कुल्हड़ में चाय पी.
अजमेर में हुआ भव्य स्वागतः जयपुर से रवाना हुई पैलेस ऑन व्हील ट्रेन अजमेर पहुंची. ट्रेन का यहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया. आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने दावा किया है कि पैलेस ऑन व्हील ट्रेन का डेढ़ घंटे अजमेर में ठहराव रहेगा.
ट्रैन में मंत्री मुरारी लाल मीणा और उनकी बेटी निहारिका, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ और पूर्व आरटीडीसी चेयरमैन रणदीप धनकड़ के अलावा राजनीति से जुड़े हुए लोग अधिकारी और मीडिया कर्मी भी पैलेस ऑन व्हील्स में सफर करते हुए अजमेर पहुंचे. बातचीत में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि 3 वर्ष बाद पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन सीएम अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप किया जा रहा है. राठौड ने कहा कि पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का अजमेर में डेढ़ घंटे ठहराव रहेगा. अजमेर में दरगाह और पुष्कर का विशेष महत्व है. अजमेर के लोगों की दिली इच्छा थी कि अजमेर को पैलेस ऑन व्हील की सौगात मिले वह वह पूरी हुई है.
उन्होंने बताया कि यह ट्रेन जयपुर से चलकर अजमेर आकर रुकी है उसके बाद यह उदयपुर के लिए रवाना होगी. यहां से चित्तौड़ और उसके बाद बूंदी रुकेगी. बूंदी से सवाई माधोपुर जाएगी और यहां से जयपुर 10 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे पहुचेंगी. उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर से पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का संचालन आरटीडीसी की ओर से किया जाएगा.
दो कैटगरी का होगा किराया: राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि ट्रेन के किराए की दो कैटेगरी रहेगी. इसमें पहली कैटेगरी में सुपर डीलक्स है जिसका किराया 5 लाख 35 हजार रुपए के अलावा जीएसटी अतिरिक्त है. जबकि दूसरी कैटेगरी डीलक्स है जिसका किराया साढ़े तीन लाख रुपए एवं जीएसटी है. उन्होंने बताया कि 1982 से पैलेस ऑन व्हील ट्रेन चलित की जा रही है। हो ने बताया कि इस ट्रेन में 100 में से 80 यात्री यूरोपियन और अमेरिकन सफर करते हैं.
नोटिस के जवाब पर साधी चुप्पीः बातचीत में जब राठौड़ से कांग्रेस हाईकमान के नोटिस के जवाब के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बात को टाल दिया। राठौड़ ने कहा कि मैंने जवाब दे दिया है लेकिन जब उनसे पूछा गया कि नोटिस का जवाब क्या दिया गया है तो वह कुछ नही बोले।
पर्यटन व नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा भी अपनी बेटी निहारिका के साथ पैलेस ऑन व्हील ट्रेन में सफर कर रहे हैं. बातचीत में मीणा ने कहा कि आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ के प्रयासों और सीएम अशोक गहलोत की मंशा से ट्रेन का संचालन 3 वर्ष बाद शुरू होने जा रहा है.
पैलेस ऑन व्हील का संचालन पुष्कर तक होः कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ से मांग की है कि वह पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को पुष्कर तक ले जाने का प्रयास करें. जब अजमेर में ट्रेन डेढ़ घंटे रुक रही है तो पुष्कर में आधे घंटे रुक जाएगी.