जयपुर. देशभर में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. साथ ही अस्पतालों में लोगों को ऑक्सीजन की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है. इस दौरान रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य भी कर रहा है.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अभी तक रेलवे प्रशासन ने 41 टैंकरों में 718 मेट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई है. जिसमें एक्सप्रेस ट्रेन से अब तक की 1 दिन में ऑक्सीजन सप्लाई की है और सबसे ज्यादा मात्रा भी है. इसमें सबसे ज्यादा ऑक्सीजन उत्तर प्रदेश को 222 मैट्रिक टन मिलेगी. जबकि हरियाणा को 180 मेट्रिक टन ऑक्सीजन मिलेगी.
बता दें कि देशभर में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने से मेडिकल ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ गई है. केंद्र सरकार ने पहले ही उद्योगों को सप्लाई की जाने वाली ऑक्सीजन को मेडिकल यूज के लिए डायवर्ट भी कर दिया था. जिसके बाद रेलवे प्रशासन लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई भी कर रहा है. इसके अलावा कोविड-19 की लहर के बीच राज्यों में ऑक्सीजन और बेड की कमी से कई लोगों की मौत की रिपोर्ट भी मिल चुकी है.
जिसमें जयपुर सहित देशभर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं होने के कारण लोगों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं. देश के शहर और कस्बों में मांग अचानक उछाल आने के कारण रेलवे प्रशासन की ओर से ट्रेनों के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही है.
ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए बनाया गया है...ग्रीन कॉरिडोर
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 19 अप्रैल से देशभर के राज्यों में 2960 टन मेडिकल ऑक्सीजन 185 टैंकरों में पहुंचाई गई है. इसके लिए 47 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा चुकी है. रेलवे ने कहा है कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के आवागमन के लिए एक ग्रीन कोरिडोर को भी बनाया गया है.