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अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने से मुस्लिम समाज में आक्रोश - कूकस जयपुर

जयपुर में शनिवार को मुस्लिम समाज के लोग व संस्थाओं के पदाधिकारी अपनी कौम के जीते हुए पार्षदों से जवाब मांगने कूकस के लिए निकले. जहां मुस्लिम समाज के पदाधिकारी सुबह मुसाफिर खाने में एकत्र हुए और अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने को लेकर नाराजगी जताई.

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अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने से मुस्लिम समाज में आक्रोश
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Published : Nov 7, 2020, 5:33 PM IST

जयपुर. प्रदेश में अधिक पार्षद जीतने के बावजूद भी अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं बनाने को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शनिवार को मुस्लिम समाज के लोग व संस्थाओं के पदाधिकारी अपने कौम के जीते हुए पार्षदों से जवाब मांगने कूकस के लिए निकले. जिसके तहत मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि जब हमारी कौम के पार्षद अधिक संख्या में चुने गए हैं तो अलपसंख्यक समुदाय से ही मेयर होना चाहिए था.

अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने से मुस्लिम समाज में आक्रोश

जिसको लेकर मुस्लिम समाज के पदाधिकारी शनिवार सुबह मुसाफिर खाने में एकत्रित हुए और अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने को लेकर भी नाराजगी जताई. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. जिसके बाद उन्होंने गहलोत सरकार से मांग की है कि जयपुर शहर के दोनों नगर निगम में से एक नगर निगम हेरिटेज में अल्पसंख्यक समुदाय का महापौर बने.

समाज पदाधिकारी शब्बीर खान ने कहा कि पार्षदों को लेकर उन्हें कोई नाराजगी नहीं है. शौकत कुरेशी ने कहा कि अल्पसंख्यक पार्षदों को जबरदस्ती बाड़ाबंदी में रखा गया है और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा. कुरेशी ने बताया कि पार्षदों का कहना है कि हम कौम के साथ हैं यदि वे बाहर निकले तो उनका विचार वे बता सकते हैं. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रूबी खान ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय से ही अधिक संख्या में पार्षद बने हैं तो अल्पसंख्यक महिला का भी हक बनता है कि वह महापौर बने.

साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की महिला से नामांकन नहीं भराया गया. मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि हमें सरकार से भी शिकायत है कि उन्होंने हमें यह प्रूफ करने का मौका नहीं दिया कि अल्पसंख्यक समुदाय से भी कोई महापौर बन सकता है.

पढ़ें: निगम चुनाव के नतीजों से गहलोत सरकार के कुशासन और जन विरोधी नीतियों की पोल खुल गई : पूनिया

बता दें कि नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस की टिकट पर अल्पसंख्यक समुदाय के पार्षद अधिक संख्या में जीते हैं.इसलिए वे चाहते हैं कि नगर निगम हेरिटेज में अल्पसंख्यक समुदाय से ही मेयर बने, लेकिन कांग्रेस ने मेयर पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है और वह अल्पसंख्यक समाज से नहीं है. इसे लेकर अब तक समुदाय में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. इन पार्षदों को कूकस में एक होटल में बाड़ाबंदी में रखा गया है.

जयपुर. प्रदेश में अधिक पार्षद जीतने के बावजूद भी अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं बनाने को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शनिवार को मुस्लिम समाज के लोग व संस्थाओं के पदाधिकारी अपने कौम के जीते हुए पार्षदों से जवाब मांगने कूकस के लिए निकले. जिसके तहत मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि जब हमारी कौम के पार्षद अधिक संख्या में चुने गए हैं तो अलपसंख्यक समुदाय से ही मेयर होना चाहिए था.

अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने से मुस्लिम समाज में आक्रोश

जिसको लेकर मुस्लिम समाज के पदाधिकारी शनिवार सुबह मुसाफिर खाने में एकत्रित हुए और अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने को लेकर भी नाराजगी जताई. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. जिसके बाद उन्होंने गहलोत सरकार से मांग की है कि जयपुर शहर के दोनों नगर निगम में से एक नगर निगम हेरिटेज में अल्पसंख्यक समुदाय का महापौर बने.

समाज पदाधिकारी शब्बीर खान ने कहा कि पार्षदों को लेकर उन्हें कोई नाराजगी नहीं है. शौकत कुरेशी ने कहा कि अल्पसंख्यक पार्षदों को जबरदस्ती बाड़ाबंदी में रखा गया है और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा. कुरेशी ने बताया कि पार्षदों का कहना है कि हम कौम के साथ हैं यदि वे बाहर निकले तो उनका विचार वे बता सकते हैं. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रूबी खान ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय से ही अधिक संख्या में पार्षद बने हैं तो अल्पसंख्यक महिला का भी हक बनता है कि वह महापौर बने.

साथ ही उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय की महिला से नामांकन नहीं भराया गया. मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि हमें सरकार से भी शिकायत है कि उन्होंने हमें यह प्रूफ करने का मौका नहीं दिया कि अल्पसंख्यक समुदाय से भी कोई महापौर बन सकता है.

पढ़ें: निगम चुनाव के नतीजों से गहलोत सरकार के कुशासन और जन विरोधी नीतियों की पोल खुल गई : पूनिया

बता दें कि नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस की टिकट पर अल्पसंख्यक समुदाय के पार्षद अधिक संख्या में जीते हैं.इसलिए वे चाहते हैं कि नगर निगम हेरिटेज में अल्पसंख्यक समुदाय से ही मेयर बने, लेकिन कांग्रेस ने मेयर पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है और वह अल्पसंख्यक समाज से नहीं है. इसे लेकर अब तक समुदाय में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. इन पार्षदों को कूकस में एक होटल में बाड़ाबंदी में रखा गया है.

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