जयपुर. प्रदेश में डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. खासकर अस्पतालों में डेंगू के मरीज सबसे अधिक पहुंच रहे हैं, जिसके बाद चिकित्सा विभाग की ओर से सभी जिलों में 24 घंटे संचालित एक कंट्रोल रूम की स्थापना और रैपिड रिस्पॉन्स टीमों के गठन के निर्देश दिए गए हैं.
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मामले को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में मौसमी बीमारियों डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद सभी जिलों में एक कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश जारी किए गए हैं. मंत्री ने उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान कर वहां चिकित्सा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा कोविड-19 के सर्वे हेतु गठित दलों को भी मौसमी बीमारियों की रोकथाम में शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं. चिकित्सा संस्थानों पर आवश्यक दवाइयां जिनमें पेरासिटामोल, क्लोरोक्वीन, प्राइमाक्वीन के उपलब्धता के निर्देश चिकित्सा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं.
शर्मा ने मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वल गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एम.एल.ओ. डलवाने के निर्देश दिए. उन्होंने पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था जारी रखने के भी निर्देश दिये हैं. उन्होंने मौसमी बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम हेतु महिला एवं बालविकास विभाग, शिक्षा, स्थानीय निकायों, जलदाय विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए सक्रिय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया है.