जयपुर. जयपुर परिवहन विभाग की ओर से फिटनेस कार्य निजी सेंटर को सौंपे जाने के निर्णय के बाद जयपुर कॉमर्शियल वाहन महासंघ इसके विरोध में उतर आया है. इसे लेकर जवाहर नगर स्थित एक निजी होटल में जयपुर कॉमर्शियल वाहन महासंघ के संयोजक अनिल आनंद ने प्रेस वार्ता भी की. जिसमें उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जगतपुरा में फिटनेस कार्य को बंद कर निजी हाथों में सौंपा जाना काफी निराशाजनक है.
जयपुर कॉमर्शियल वाहन महासंघ के संयोजक अनिल आनंद ने बताया कि परिवहन विभाग ने जगतपुरा फिटनेस सेंटर से फिटनेस का कार्य बंद करके खुद निजी सेंटर को सौंप रही है, जो कि बहुत दी खेदपूर्ण निर्णय है. वहीं विभाग अपने पूर्व आदेशों को वापस लेकर ट्रांसपोटर्स के साथ दमनकारी नीति अपनाई जा रही है. उनका कहना रहा कि सरकार के इस निर्णय से वाहन ऑपरेटरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया. इसके बाद भी अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो इसके खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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बता दें कि वाहन फिटनेस सेंटर वर्तमान में ट्रांसपोर्ट नगर से 35 किलोमीटर दूर है. ऐसे में आने जाने में करीब 70 किलोमीटर का सफर करना पड़ेगा. वहीं फिटनेस लेने के लिए दूसरे दिन जाना पड़ेगा. इस प्रकार एक फिटनेस कराने पर करीबन 5 हजार रुपए अलग से खर्च करने पड़ेंगे. वहीं प्राइवेट सेंटर पर फिटनेस कराने में राज्य सरकार को करीब 1150 प्रति वाहन फीस मिलेगी. ऐसे में 150 वाहन प्रतिदिन फिटनेस होने पर 1 लाख 72 हजार 500 रुपए एक दिन में राज्य सरकार को नुकसान होगा तो वहीं पूरे साल में 5 करोड़ 17 लाख 50 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा.