जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (katariya speaks on REET case in assembly) ने एक बार फिर रीट परीक्षा अनियमितता मामले में मुख्य दोषियों को पकड़ने की मांग की. कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा यदि आपके मन में कहीं गांधी जिंदा है तो इस अनियमितता के मुख्य दोषियों को पकड़ो. सदन में कटारिया ने मौजूदा बजट की खामियां भी कि नहीं तो साथ ही कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर भी जुबानी हमला बोला.
कटारिया ने कहा कि 70 के दशक में कांग्रेस ने नारा दिया इंदिरा गांधी लाओ गरीबी हटाओ क्या इन 50 सालों में गरीबी हटा दी?. इसी तरह एक और नारा था देश की एकता और अखंडता के लिए कांग्रेस लाओ लेकिन देश की अखंडता खत्म करने का काम किसने किया?. आतंक फैलाने वालों को लाने का काम किसने किया?.
कटारिया ने कहा कि इस बजट का हश्र भी उन्हीं नारों की तरह होने वाला है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा की कर्जा लेकर बजट की घोषणा करने वाले केवल जनता को झुनझुना पकड़ा रहे हैं. कटारिया ने कहा की गहलोत सरकार ने कर वसूली का जो टारगेट दिया था उसे ही पूरा नहीं किया तो खर्चे के लिए प्रबंध कहां से होगा?.
जल जीवन मिशन में नहीं हो रहा प्रदेश में कामः नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने इस दौरान केंद्रीय की योजना जल जीवन मिशन के तहत राजस्थान में तेज गति से काम नहीं होने का आरोप भी लगाया. कटारिया ने कहा कि जनवरी 2022 तक प्रदेश में योजना के तहत 30 लाख पानी के कनेक्शन होने थे. लेकिन केवल 4 लाख 31 हजार कनेक्शन ही हो पाए.
कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने राजस्थान को सहयोग देने में कोई कमी नहीं छोड़ी. साल 2019 से 21 तक केंद्र ने इस योजना में 13,982 करोड़ रुपए राजस्थान सरकार को दिए. लेकिन प्रदेश सरकार महज 2452 करोड़ ही खर्च कर पाई. कटारिया ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से अनुदान 90 फ़ीसदी तक मांगती है. लेकिन 50 फ़ीसदी का अनुदान सभी राज्यों के लिए किया गया है.आखिर आप कब तक फ्री का गोपी चंदन घिसते जाएंगे.
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पुरानी पेंशन योजना है बढ़िया, लेकिनः पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा पर भी कटारिया ने कहा कि घोषणा निश्चित तौर पर अच्छी है और लोकप्रिय भी है. क्योंकि इसमें कर्मचारी की जेब से पैसे कम लगता है और उसका लाभ अधिक मिलता है. लेकिन इसका भार साल 2032 में आएगा. जब आप रहोगे और न ही मैं रहूंगा. ऐसे में रोने वाला रोता रहेगा.
बेरोजगारी भत्ता सीमित लोगों को हीः कटारिया ने कहा गहलोत सरकार ने न किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा किया और न बेरोजगारों को भत्ता देने का. संपूर्ण कर्ज माफी नहीं होने से प्रदेश में किसानों की जमीन कुर्क की गई. राजस्थान में 16 लाख पंजीकृत बेरोजगार हैं. लेकिन बेरोजगारी भत्ता महज 1 लाख 60 हजार युवाओं को ही मिल रहा है. इसमें भी 4 घंटे सरकारी कार्यालयों में नौकरी और दूसरे कोर्स की पाबंदी और नियमों ने कई बेरोजगारों को इस भत्ते से दूर कर दिया. कटारिया ने कहा हालांकि अब आपने 2 लाख बेरोजगारों को भत्ता देने का कैंप लगाया है. लेकिन संख्या इससे कहीं अधिक है.
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कटारिया ने मनरेगा में 125 दिन के रोजगार घोषणा को भी हवाई बताया. यह भी कहा की राजस्थान में आप की सरकार ने मौजूदा कार्ड धारकों को 100 दिन का रोजगार नहीं दिया गया. बजट में नए महाविद्यालय की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए कटारिया ने कहा पूर्व में जिन महाविद्यालय की घोषणा की गई थी. वहां अब तक भवन बने ही नहीं और न ही भर्ती हो पाई है. कटारिया ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट और संविधान के नियम के विशेष राजनीतिक नियुक्तियों में नेताओं को मंत्री पद का दर्जा दिए जाने पर भी सवाल उठाया.