जयपुर. गुलाबी नगरी बुधवार को अपना 293वां स्थापना दिवस मना रही है. ज्योति विद्वान पंडित जगन्नाथ सम्राट और राजगुरु रत्नाकर पौंड्रिक ने सबसे पहले आमेर रोड स्थित गंगापोल गेट पर जयपुर की नींव रखी थी. जहां आज जयपुर हेरिटेज और जयपुर ग्रेटर नगर निगम की मेयर और सांसद रामचरण बोहरा ने पूजा-अर्चना की. साथ ही शहर को नंबर वन बनाने और विरासत के संरक्षण की बात कही.
हेरिटेज सिटी जयपुर ने बुधवार को अपना 293वां स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान जयपुर के दोनों निगमों की मेयर मुनेश गुर्जर और सौम्या गुर्जर ने मोती डूंगरी गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की. उसके बाद परकोटे में जयपुर की बसावट के दौरान बने पहले गेट गंगापोल पर गणेश पूजन किया. इस दौरान ग्रेटर नगर निगम महापौर ने शहरवासियों को जयपुर स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि निगम दो हो सकते हैं, लेकिन जयपुर हमेशा एक ही रहेगा.
दोनों निगम साथ में विकास के कार्य करेंगे. जयपुर की आम समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हुए, जयपुर को नंबर वन बनाने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि जयपुर की धरोहर को करौली के पत्थर पर शिलालेख लिखवाकर ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र के पार्कों पर लगाए जाएंगे. जिससे युवा जयपुर के इतिहास और संस्कृति को समझ कर प्रेरित हो.
वहीं हेरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि 1727 में महाराजा सवाई जयसिंह ने जयपुर की नींव रखी थी, उस समय की वास्तुकला और विरासत को संजोए रखने का काम किया जाएगा. साथ ही जयपुर को स्वच्छता में भी नंबर वन बनाया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस का मेयर मिला है, ऐसे में जयपुर में बदहाली नहीं बल्कि बहुत जल्द अच्छा काम देखने को मिलेगा.
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इस दौरान जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी मौजूद रहे. वहीं सभी ने परकोटे वाले हनुमान जी के दर्शन कर यहां आराधना की. इससे पहले निगम के कर्मचारी यहां से श्वान पकड़ने की नाकाम कोशिश करते हुए भी दिखे. परकोटे की बदहाल स्थिति ने भी कई सवाल खड़े किए.