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ब्याज माफियाओं की धमकी से परेशान होकर वृद्धा ने की थी आत्महत्या, डेढ़ साल बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला

राजधानी में ब्याज माफियाओं का आतंक बढ़ता जा रहा है. ब्याज माफिया सूद पर पैसे देकर पीड़ित से जबरन ज्यादा पैसे वसूलते हैं. इस प्रताड़ना से तंग आकर डेढ़ साल पहले एक वृद्ध ने आत्महत्या कर ली थी. लेकिन इसके बाद भी लगातार परिवार को जान से मारने की धमकी मिलती रही. पीड़ित थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की. पढ़ें पूरी खबर...

case filed against the byaz mafia
राजधानी में ब्याज माफियाओं का आतंक
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Published : Mar 11, 2022, 1:00 PM IST

जयपुर. राजधानी के जवाहर सर्किल थाना इलाके में ब्याज माफियाओं से लगातार मिल रही धमकी से प्रताड़ित होकर डेढ़ साल पहले 68 वर्षीय वृद्धा ने आत्महत्या कर ली थी (suicide due to interest mafia threat). इसके बाद भी ब्याज माफिया मृतक और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते रहे. पीड़ित परिवार ने पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला तक दर्ज नहीं किया. इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कोर्ट की दखलंदाजी के बाद जवाहर सर्किल थाने में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.

यह बना गले की फांस: इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे एएसआई वेद प्रकाश ने बताया कि यह पूरा मामला मार्च 2020 का है. देशराज सिंह, कुंवर सिंह और प्रेम सिंह ब्याज पर पैसे देने का काम करते थे. मालवीय नगर निवासी 74 वर्षीय हरिदास वैष्णव ने जमीन खरीदने के लिए उनसे ब्याज पर 8.15 लाख रुपए उधार लिए थे. हरिदास ने जून 2020 तक 5 लाख से ज्यादा रूपय लौटा भी दिए. लेकिन कोरोना के चलते बाकि पैसों के जल्द लौटाने की बात कही थी.

अगस्त 2020 में तीनों आरोपी दो अन्य लोगों के साथ पीड़ित के घर में जबरन घुस आए और पीड़ित को परिवार सहित बंधक बना लिया. साथ ही आरोपियों ने पीड़ित से 15 लाख रुपए की मांग की और जल्द रुपए नहीं देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी. इस पर पीड़ित अपनी पत्नी के साथ रुपयों का इंतजाम करने की बात कहकर बड़ी मुश्किल से घर से बाहर निकला और डीसीपी ईस्ट ऑफिस पहुंचकर अपनी पीड़ा बताई. डीसीपी के कहने पर पीड़ित दंपती को जवाहर सर्किल थाने में भेजा गया लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. इसकी भनक लगते ही आरोपी पीड़ित के घर से फरार हो गए.

पढ़ें-पेयजल उपभोक्ताओं को बड़ी सौगात, 31 मार्च तक बकाया राशि जमा कराने पर ब्याज एवं शास्ति में मिलेगी शत-प्रतिशत छूट

आरोपियों ने पीड़ित का किया था अपहरण: आरोपियों ने सितंबर 2020 में पीड़ित हरिदास का अपहरण कर लिया और बरकत नगर में एक मकान में बंधक बनाकर रख लिया. इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़ित की पत्नी शांति देवी को फोन पर धमकी दी और जल्द से जल्द 15 लाख रुपए का इंतजाम करने के लिए कहा. साथ ही पुलिस में शिकायत करने पर पीड़ित और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी. ब्याज माफिया से लगातार मिल रही धमकी से परेशान होकर पीड़ित की पत्नी शांति देवी ने 23 सितंबर 2020 को मालवीय नगर में ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी.

ब्याज माफियाओं ने पीड़ित को 3 दिन तक बंधक बनाने के बाद कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा कर छोड़ दिया और पीड़ित जब घर पहुंचा तो अपनी पत्नी को न पाकर उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाने जवाहर सर्किल थाने पहुंचा. जहां पुलिस ने पीड़ित को उसकी पत्नी की ओर से आत्महत्या करने की बात बताई. जिस पर पीड़ित ने पुलिस को पूरी आपबीती बताई और आरोपियों को पकड़ने की गुहार लगाई. इसके बावजूद भी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं की.

पढ़ें- सूदखोरों से परेशान कारोबारी ने किया सुसाइड, मूल रकम और ब्याज चुकाने के बाद भी मांग रहे थे रुपए...मामला दर्ज

1 साल से थाने के चक्कर काट रहा था पीड़ित: पीड़ित 1 साल से भी अधिक समय तक पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटता रहा. बाद में पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के दखलंदाजी के बाद गुरुवार को जवाहर सर्किल थाने में ब्याज माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. अभी भी ब्याज माफिया बेखौफ होकर घूम रहे हैं, पीड़ित और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने में लगे हुए हैं. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है.

जयपुर. राजधानी के जवाहर सर्किल थाना इलाके में ब्याज माफियाओं से लगातार मिल रही धमकी से प्रताड़ित होकर डेढ़ साल पहले 68 वर्षीय वृद्धा ने आत्महत्या कर ली थी (suicide due to interest mafia threat). इसके बाद भी ब्याज माफिया मृतक और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते रहे. पीड़ित परिवार ने पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला तक दर्ज नहीं किया. इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कोर्ट की दखलंदाजी के बाद जवाहर सर्किल थाने में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.

यह बना गले की फांस: इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे एएसआई वेद प्रकाश ने बताया कि यह पूरा मामला मार्च 2020 का है. देशराज सिंह, कुंवर सिंह और प्रेम सिंह ब्याज पर पैसे देने का काम करते थे. मालवीय नगर निवासी 74 वर्षीय हरिदास वैष्णव ने जमीन खरीदने के लिए उनसे ब्याज पर 8.15 लाख रुपए उधार लिए थे. हरिदास ने जून 2020 तक 5 लाख से ज्यादा रूपय लौटा भी दिए. लेकिन कोरोना के चलते बाकि पैसों के जल्द लौटाने की बात कही थी.

अगस्त 2020 में तीनों आरोपी दो अन्य लोगों के साथ पीड़ित के घर में जबरन घुस आए और पीड़ित को परिवार सहित बंधक बना लिया. साथ ही आरोपियों ने पीड़ित से 15 लाख रुपए की मांग की और जल्द रुपए नहीं देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी. इस पर पीड़ित अपनी पत्नी के साथ रुपयों का इंतजाम करने की बात कहकर बड़ी मुश्किल से घर से बाहर निकला और डीसीपी ईस्ट ऑफिस पहुंचकर अपनी पीड़ा बताई. डीसीपी के कहने पर पीड़ित दंपती को जवाहर सर्किल थाने में भेजा गया लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. इसकी भनक लगते ही आरोपी पीड़ित के घर से फरार हो गए.

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आरोपियों ने पीड़ित का किया था अपहरण: आरोपियों ने सितंबर 2020 में पीड़ित हरिदास का अपहरण कर लिया और बरकत नगर में एक मकान में बंधक बनाकर रख लिया. इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़ित की पत्नी शांति देवी को फोन पर धमकी दी और जल्द से जल्द 15 लाख रुपए का इंतजाम करने के लिए कहा. साथ ही पुलिस में शिकायत करने पर पीड़ित और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी. ब्याज माफिया से लगातार मिल रही धमकी से परेशान होकर पीड़ित की पत्नी शांति देवी ने 23 सितंबर 2020 को मालवीय नगर में ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी.

ब्याज माफियाओं ने पीड़ित को 3 दिन तक बंधक बनाने के बाद कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा कर छोड़ दिया और पीड़ित जब घर पहुंचा तो अपनी पत्नी को न पाकर उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाने जवाहर सर्किल थाने पहुंचा. जहां पुलिस ने पीड़ित को उसकी पत्नी की ओर से आत्महत्या करने की बात बताई. जिस पर पीड़ित ने पुलिस को पूरी आपबीती बताई और आरोपियों को पकड़ने की गुहार लगाई. इसके बावजूद भी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं की.

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1 साल से थाने के चक्कर काट रहा था पीड़ित: पीड़ित 1 साल से भी अधिक समय तक पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटता रहा. बाद में पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के दखलंदाजी के बाद गुरुवार को जवाहर सर्किल थाने में ब्याज माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. अभी भी ब्याज माफिया बेखौफ होकर घूम रहे हैं, पीड़ित और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने में लगे हुए हैं. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है.

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