जयपुर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में कुलपति के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कुलपति सचिवालय की छत पर एबीवीपी के झंडे लहरा दिए थे. इसे लेकर छात्रों के खिलाफ आरयू प्रशासन ने गांधीनगर थाने में कार्रवाई को लेकर पत्र लिखा. वहीं शुक्रवार को एनएसयूआई कार्यकर्ता उसी स्थान पर तिरंगा झंडा फहराने के लिए पहुंचे. हालांकि यहां एनएसयूआई को पुलिस प्रशासन ने कुलपति सचिवालय के गेट पर ही रोक दिया. बाद में दोषी छात्रों को निलंबित करने की मांग करते हुए एनएसयूआई ने 1 सप्ताह में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
कुलपति सचिवालय की छत पर एबीवीपी का झंडा फहराने वाले छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और उन्हें 6 महीने के लिए निलंबित करने जैसी मांगों को लेकर एनएसयूआई ने शुक्रवार को कुलपति सचिवालय का रुख किया. एनएसयूआई ने उसी स्थान पर तिरंगा ध्वज फहराने की भी मांग की. हालांकि प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सचिवालय के गेट पर ही रोक दिया गया. एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार ने कहा कि गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने अपनी पार्टी का झंडा फहराकर देश के संविधान और तिरंगे झंडे का अपमान किया है. उसी के विरोध में एनएसयूआई कुलपति सचिवालय में उसी स्थान पर तिरंगा झंडा फहराएगी.
दोषियों को निलंबित करने की मांग: एनएसयूआई प्रवक्ता रमेश भाटी ने कहा कि एबीवीपी ने भगवा फहरा कर देश के संविधान की धज्जियां उड़ाने (ABVP flag hoisted at Raj University) का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो, उन्हें 6 महीने के लिए निलंबित किया जाए. घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए. जो संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की भी जांच करें और दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित भी किया जाए.
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आंदोलन की चेतावनी: एनएसयूआई ने चेतावनी दी है कि 1 सप्ताह में यदि उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी. जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी. इस दौरान एनएसयूआई ने आशंका जताई कि फिलहाल ये घटना कुलपति सचिवालय पर हुई है, और यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो यूनिवर्सिटी कैंपस में 100 मीटर ऊंचे तिरंगे पर भी यही स्थिति बनेगी.