जयपुर. राजधानी के प्रतापनगर स्थित आरयूएचएस अस्पताल में बेड की कमी होने के बाद मालवीय नगर स्थित जयपुरिया अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती किया जाएगा. हालांकि जयपुरिया अस्पताल में एसिंप्टोमेटिक मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा. लेकिन जयपुरिया अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था करना एक बड़ी चुनौती होगा, क्योंकि इस अस्पताल में महज 20 बेड ही ऑक्सीजन वाले हैं.
प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि जयपुरिया अस्पताल को कोरोना डेडीकेटेड घोषित किया गया है और 500 मरीजों का इलाज यहां हो सकेगा. जिन मरीजों को आरयूएचएस अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे हैं. उन्हें जयपुरिया अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा.
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हालांकि सरकार ने यह निर्णय तो ले लिया है, लेकिन जयपुरिया अस्पताल में फिलहाल हालात ठीक नहीं है और महज 20 बेड ही ऑक्सीजन सपोर्टिव है. ऐसे में कोरोना मरीजों को सबसे अधिक ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता होती है और कम समय में व्यवस्थाएं बनाना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है.
मौजूदा मरीज होंगे एसएमएस में शिफ्ट
जयपुरिया अस्पताल को कोविड-19 सेंटर बनाने के बाद सामान्य मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा और गंभीर मरीजों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं.