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Pending electricity bills : सरकारी विभागों पर बिजली बिल के 2390 करोड़ रुपए बकाया, ACS बोले-जमा नहीं करवाया तो काटेगें कनेक्शन

केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों पर फरवरी तक बिजली बिल के करीब 2390 करोड़ रुपए बकाया (Pending electricity bill payment on government offices) हैं. अब ऐसे उपक्रमों से बकाया की वसूली के लिए सख्ती की जाएगी. एसीएस डॉ सुबोध अग्रवाल का कहना है कि आवश्यकता पड़ी, तो बकाया बिल जमा नहीं कराने वाले विभागों के बिजली कनेक्शन काटे जाएंगे.

Pending electricity bills
सरकारी विभाग जमा कराएं बकाया बिजली के बिल
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Published : Mar 15, 2022, 6:16 PM IST

जयपुर. केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों में बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए अभियान चलाया जाएगा. इस संबंध में डिस्कॉम ने कई सरकारी विभागों को नोटिस जारी किए (Notice to govt departments for electricity bills) हैं और जहां जारी नहीं हुए उन्हें 5 दिन का नोटिस जारी कर बकाया जमा कराने को कहा जाएगा. एसीएस डॉ सुबोध अग्रवाल का कहना है कि आवश्यकता पड़ी, तो बकाया बिल जमा नहीं कराने वाले विभागों के बिजली कनेक्शन काटे जाएंगे.

अग्रवाल ने मंगलवार को विद्युत भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्काम्स को निर्देश दिए कि सरकारी विभागों व उपक्रमों में बकाया वसूली के लिए सख्त कदम उठाते हुए बकाया वसूली के ठोस प्रयास किए जाएं. उन्होंने नगरीय निकायों सहित सरकारी विभागों व उपक्रमों से भी आग्रह किया कि वे डिस्काम्स के सार्वजनिक बिजली व्यवस्था (पीएलएस) सहित अन्य सभी बकाया बिजली बिलों को तत्काल जमा कराएं ताकि डिस्काम्स को विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने सहित किसी तरह की अप्रिय कार्यवाही नहीं करनी पड़े और आमजन को भी किसी तरह की असुविधा ना हो.

पढ़ें: सरकारी विभागों पर बकाया बिजली बिल के भुगतान पर डिस्कॉम ने दी बड़ी छूट, आदेश जारी

सरकारी विभागों पर 2390 करोड़ है बकाया: अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों पर फरवरी तक करीब 2390 करोड़ रुपए बकाया है. सबसे अधिक बकाया राशि नगरीय निकायों यूआईटी, नगर पालिकाओं, नगर परिषदों, नगर निगमों आदि में है. इसी को देखते हुए बकाया बिजली बिल तत्काल जमा कराने पर सरकार ने विलंब शुल्क अधिभार की छूट देते हुए करीब 532 करोड़ की राहत दी है.

पढ़ें: बिल का मामला है : बिजली बिल पर CM का फोटो, किसान मित्र योजना का प्रचार...भाजपा ने कहा- सरकार को ले डूबेगा प्रचार

अग्रवाल ने कहा कि पीएचईडी विभाग में बकाया बिजली बिलों के भुगतान के लिए राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान करते हुए राशि जारी कर दी गई है. इसी तरह से अन्य विभागों में भी राशि उपलब्ध होने के बावजूद बिजली बिलों का भुगतान नहीं होने से डिस्काम्स की वित्तीय स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. उन्होंने तीनों डिस्काम्स को निर्देश दिए कि सरकारी विभागों में बकाया बिजली बिलों की वसूली के साथ ही अन्य बकाया बिजली बिलों की भी वसूली में तेजी लाएं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि बकाया बिजली बिलों की वसूली मेें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

पढ़ें: CM गहलोत का बड़ा फैसला : बिजली बिल पर किसानों को हर महीने 1 हजार रुपये का अनुदान देगी सरकार

बैठक में चेयरमैन डिस्काम्स भास्कर ए. सावंत ने बताया कि बकाया बिजली बिलों की वसूली की नियमित मॉनि​टरिंग की जा रही है. विभाग के प्रयासों का ही परिणाम है कि वित्त विभाग ने पीएचईडी के बकाया बिजली बिलों की भुगतान के लिए अतिरिक्त राशि जारी कर दी है. उन्होंने जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्काम्स को 31 मार्च तक बकाया वसूली अभियान चलाने के निर्देश देते हुए वसूली की दैनिक समीक्षा करने को कहा.

इससे पहले एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा की. उन्होंने तीनों डिस्काम्स में वित्तीय अनुशासन की आवश्यकता बताई. बैठक में सीएमडी विद्युत उत्पादन निगम आरके शर्मा, डिस्काम्स प्रंबंध संचालकों में जयपुर डिस्कॉम अजीत कुमार सक्सेना, अजमेर एनएस निर्वाण, जोधपुर प्रमोद टांक, वित्तीय सलाहकार संदीप धीर, निदेशक पावर ट्रेडिंग पीएस सक्सेना, सीसीओए आशुतोष जोशी व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

जयपुर. केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों में बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिए अभियान चलाया जाएगा. इस संबंध में डिस्कॉम ने कई सरकारी विभागों को नोटिस जारी किए (Notice to govt departments for electricity bills) हैं और जहां जारी नहीं हुए उन्हें 5 दिन का नोटिस जारी कर बकाया जमा कराने को कहा जाएगा. एसीएस डॉ सुबोध अग्रवाल का कहना है कि आवश्यकता पड़ी, तो बकाया बिल जमा नहीं कराने वाले विभागों के बिजली कनेक्शन काटे जाएंगे.

अग्रवाल ने मंगलवार को विद्युत भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्काम्स को निर्देश दिए कि सरकारी विभागों व उपक्रमों में बकाया वसूली के लिए सख्त कदम उठाते हुए बकाया वसूली के ठोस प्रयास किए जाएं. उन्होंने नगरीय निकायों सहित सरकारी विभागों व उपक्रमों से भी आग्रह किया कि वे डिस्काम्स के सार्वजनिक बिजली व्यवस्था (पीएलएस) सहित अन्य सभी बकाया बिजली बिलों को तत्काल जमा कराएं ताकि डिस्काम्स को विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने सहित किसी तरह की अप्रिय कार्यवाही नहीं करनी पड़े और आमजन को भी किसी तरह की असुविधा ना हो.

पढ़ें: सरकारी विभागों पर बकाया बिजली बिल के भुगतान पर डिस्कॉम ने दी बड़ी छूट, आदेश जारी

सरकारी विभागों पर 2390 करोड़ है बकाया: अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों पर फरवरी तक करीब 2390 करोड़ रुपए बकाया है. सबसे अधिक बकाया राशि नगरीय निकायों यूआईटी, नगर पालिकाओं, नगर परिषदों, नगर निगमों आदि में है. इसी को देखते हुए बकाया बिजली बिल तत्काल जमा कराने पर सरकार ने विलंब शुल्क अधिभार की छूट देते हुए करीब 532 करोड़ की राहत दी है.

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अग्रवाल ने कहा कि पीएचईडी विभाग में बकाया बिजली बिलों के भुगतान के लिए राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान करते हुए राशि जारी कर दी गई है. इसी तरह से अन्य विभागों में भी राशि उपलब्ध होने के बावजूद बिजली बिलों का भुगतान नहीं होने से डिस्काम्स की वित्तीय स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. उन्होंने तीनों डिस्काम्स को निर्देश दिए कि सरकारी विभागों में बकाया बिजली बिलों की वसूली के साथ ही अन्य बकाया बिजली बिलों की भी वसूली में तेजी लाएं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि बकाया बिजली बिलों की वसूली मेें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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बैठक में चेयरमैन डिस्काम्स भास्कर ए. सावंत ने बताया कि बकाया बिजली बिलों की वसूली की नियमित मॉनि​टरिंग की जा रही है. विभाग के प्रयासों का ही परिणाम है कि वित्त विभाग ने पीएचईडी के बकाया बिजली बिलों की भुगतान के लिए अतिरिक्त राशि जारी कर दी है. उन्होंने जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्काम्स को 31 मार्च तक बकाया वसूली अभियान चलाने के निर्देश देते हुए वसूली की दैनिक समीक्षा करने को कहा.

इससे पहले एसीएस एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा की. उन्होंने तीनों डिस्काम्स में वित्तीय अनुशासन की आवश्यकता बताई. बैठक में सीएमडी विद्युत उत्पादन निगम आरके शर्मा, डिस्काम्स प्रंबंध संचालकों में जयपुर डिस्कॉम अजीत कुमार सक्सेना, अजमेर एनएस निर्वाण, जोधपुर प्रमोद टांक, वित्तीय सलाहकार संदीप धीर, निदेशक पावर ट्रेडिंग पीएस सक्सेना, सीसीओए आशुतोष जोशी व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया.

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