ETV Bharat / city

जयपुर : लो-फ्लोर बस संचालन करने वाली प्राइवेट फर्म की लापरवाही शहरवासियों की सुरक्षा पर भारी

author img

By

Published : Sep 10, 2021, 11:03 AM IST

राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह विद्याधर नगर डिपो की लो-फ्लोर बस में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. गांधीनगर स्टेशन के पास चलती हुई लो-फ्लोर बस में आग लगी, जिससे बस में अफरा-तफरी मच गई. इस दौरान इमरजेंसी गेट भी काम नहीं कर रहे थे. ऐसे में चालक-परिचालक ने पहले आग पर काबू पाते हुए, इमरजेंसी गेट को तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला. हैरानी की बात ये है कि हादसे के बाद भी प्राइवेट फर्म की ओर से बस को चलाने के लिए कहा गया. इस संबंध में परिचालक ने मुख्य प्रबंधक को शिकायत की है.

Low floor busNegligence of private firm...
प्राइवेट फर्म की लापरवाही...

जयपुर. बस परिचालक भंवरलाल भाकर ने विद्याधर नगर डिपो एमडी को कंपनी के खिलाफ शिकायत पत्र लिखा है. परिचालक ने शिकायत पत्र में स्पष्ट किया कि वाहन में आग लगने की सूचना देने पर भी प्राइवेट कंपनी द्वारा जबरदस्ती वाहन संचालन करवाया जा रहा था.

एसी-2 वाहन संख्या 4506 के इंजन एरिया में एमजीएच से जोशी मार्ग आते समय गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पास गट्टे पर आग लग गई. एक बाइक सवार ने आग लगने की सूचना दी. वाहन को रोककर चालक-परिचालक ने आग बुझाई, लेकिन उस समय वाहन का इमरजेंसी गेट भी काम नहीं कर रहा था. ऐसे में गेट तोड़ काफी मशक्कत के बाद यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया.

पढ़ें : नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन कर लौट रहे डॉक्टर दंपती की कार 6 फीट गहरी पुलिया में पलटी, पत्नी की मौत...

इस घटना के होने के बाद भी प्राइवेट कंपनी द्वारा आग को सामान्य बताते हुए चालक को वाहन चलाने के लिए कहा गया. परिचालक ने मुख्य प्रबंधक से आग्रह किया कि प्राइवेट कंपनी बस संचालक द्वारा इस तरह ब्रेकडाउन वाहनों का संचालन न करवाने के लिए निर्देशित करें. वाहनों के तीनों गेट पुश बटन से काम करें, इसके लिए निर्देशित किया जाए.

जेसीटीएसएल एंप्लोई यूनियन के अनुसार आरोपी कंपनी को पूर्व में कई बार खराब बसों को ठीक कराने के संबंध में शिकायत की जा चुकी है. बावजूद इसके 1 दिन पहले जिस हालात में बस खड़ी की जाती है, अगले दिन सुबह बस उसी हालात में मिलती है. मजबूरन उनका संचालन करना पड़ता है. बहरहाल, आज के हादसे में चालक-परिचालक ने समय रहते आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन बसों की बिगड़ी हालत और प्रबंधन की बिगड़ी व्यवस्था पर काबू कैसे पाएंगे.

जयपुर. बस परिचालक भंवरलाल भाकर ने विद्याधर नगर डिपो एमडी को कंपनी के खिलाफ शिकायत पत्र लिखा है. परिचालक ने शिकायत पत्र में स्पष्ट किया कि वाहन में आग लगने की सूचना देने पर भी प्राइवेट कंपनी द्वारा जबरदस्ती वाहन संचालन करवाया जा रहा था.

एसी-2 वाहन संख्या 4506 के इंजन एरिया में एमजीएच से जोशी मार्ग आते समय गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पास गट्टे पर आग लग गई. एक बाइक सवार ने आग लगने की सूचना दी. वाहन को रोककर चालक-परिचालक ने आग बुझाई, लेकिन उस समय वाहन का इमरजेंसी गेट भी काम नहीं कर रहा था. ऐसे में गेट तोड़ काफी मशक्कत के बाद यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया.

पढ़ें : नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन कर लौट रहे डॉक्टर दंपती की कार 6 फीट गहरी पुलिया में पलटी, पत्नी की मौत...

इस घटना के होने के बाद भी प्राइवेट कंपनी द्वारा आग को सामान्य बताते हुए चालक को वाहन चलाने के लिए कहा गया. परिचालक ने मुख्य प्रबंधक से आग्रह किया कि प्राइवेट कंपनी बस संचालक द्वारा इस तरह ब्रेकडाउन वाहनों का संचालन न करवाने के लिए निर्देशित करें. वाहनों के तीनों गेट पुश बटन से काम करें, इसके लिए निर्देशित किया जाए.

जेसीटीएसएल एंप्लोई यूनियन के अनुसार आरोपी कंपनी को पूर्व में कई बार खराब बसों को ठीक कराने के संबंध में शिकायत की जा चुकी है. बावजूद इसके 1 दिन पहले जिस हालात में बस खड़ी की जाती है, अगले दिन सुबह बस उसी हालात में मिलती है. मजबूरन उनका संचालन करना पड़ता है. बहरहाल, आज के हादसे में चालक-परिचालक ने समय रहते आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन बसों की बिगड़ी हालत और प्रबंधन की बिगड़ी व्यवस्था पर काबू कैसे पाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.