जयपुर. राजधानी में एक बार फिर से जयपुर पुलिस की लापरवाही सामने आई है, जहां चोरी की एफआईआर दर्ज कराने श्याम नगर थाने पहुंचे पीड़ित को पुलिस ने उल्टे सवाल पूछ कर थाने से भगा दिया, जिस पर पीड़ित ने अपने स्तर पर सीसीटीवी फुटेज जुटाकर 3 दिन में चोरी हुआ ई-रिक्शा ढूंढ निकाला. हालांकि, चोर ई-रिक्शा में लगी हुई बैटरी चुरा कर ले गए.
यह पूरा प्रकरण श्याम नगर थाने से जुड़ा हुआ है, जहां सूरजपोल निवासी इमरान का ई-रिक्शा 11 फरवरी को मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास से चोरी हो गया और वह चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा. थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने इमरान को 12 फरवरी की सुबह ई रिक्शा के कागज लेकर आने को कहा. 12 फरवरी की सुबह जब इमरान ई-रिक्शा के कागज लेकर फिर से श्याम नगर थाने पहुंचा तो उसे अधिकारी नहीं होने का हवाला देकर बाद में आने को कहा और फिर झोटवाड़ा थाने जाकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने को कह दिया.
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इमरान चोरी का मामला दर्ज कराने झोटवाड़ा थाने पहुंचा तो झोटवाड़ा थाना पुलिस ने उसे वारदात स्थल श्याम नगर थाना क्षेत्र में होने की बात कहकर फिर से श्याम नगर थाने भेज दिया. जब इमरान फिर से श्याम नगर थाने पहुंचा तो उसे उल्टे सवाल पूछकर और डांट फटकार कर थाने से बाहर निकाल दिया गया. इसके बाद इमरान ने खुद वारदात स्थल के आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की जानकारी जुटाई और उनके फुटेज हासिल किए.
बिरला मंदिर के पास फुटपाथ पर खड़ा मिला ई-रिक्शा
इमरान ने अपने स्तर पर ई-रिक्शा ढूंढना शुरू किया तो उसे उसका ई-रिक्शा बिरला मंदिर के पास फुटपाथ पर लावारिस खड़ा हुआ मिला. जब इमरान ने अपने ई-रिक्शा को संभाला तो उस में लगी हुई बैटरी चोरी पाई. जब इस पूरे प्रकरण को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि पुलिस की लापरवाही का ऐसा ही एक मामला बाजार नगर थाने में अभी हाल ही में सामने आया था, जहां पीड़ित ने अपने स्तर पर साइबर एक्सपर्ट हायर कर आरोपी को ढूंढ निकाला, जिसे पुलिस पिछले कई सालों से तलाश रही थी.