ETV Bharat / city

सर्दी के तेवर के साथ जयपुर नगर निगम ने शहर में शुरू किए अस्थाई रैन बसेरे

author img

By

Published : Dec 7, 2019, 7:56 AM IST

सर्दी बढ़ने के साथ ही नगर निगम प्रशासन ने बेघर, गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए 16 अस्थाई रैन बसेरे शुरू किये हैं. वहीं करीब 1 दर्जन से ज्यादा स्थानों पर निगम की ओर से बनाए गए स्थाई रैन बसेरे भी व्यवस्थित किए गये हैं. इसे लेकर नगर निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने सभी जोन उपायुक्तों को क्षेत्र में बने रैन बसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं.

जयपुर न्यूज, jaipur latest news, temporary night shelters in Jaipur, जयपुर में अस्थाई रैन बसेरे, नगर-निगम ने शुरू किए अस्थाई रैन बसेरे,
जयपुर में नगर-निगम ने शुरू किए अस्थाई रैन बसेरे

जयपुर. नगर निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे शुरू कर दिए हैं. बेघर लोगों को सर्दी में राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए शहर के 14 स्थानों पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. लेकिन बिना आईडी के इन में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है वो अब भी खुले में ही रात गुजारने को मजबूर हैं.

बता दें कि जहां रैन बसेरे बनाए गए हैं वहां 50 से 150 लोगों तक के ठहरने की व्यवस्था की गई है. जयपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, प्रमुख फ्लाईओवर सहित उन स्थानों पर ये रैन बसेरे बनाए गये हैं, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है.

जयपुर में नगर-निगम ने शुरू किए अस्थाई रैन बसेरे

इसकी खास बात ये है कि इन रैन बसेरों में रहने के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा रजाई-गद्दे और लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है. वहीं कुछ रैन बसेरों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाए गए हैं. इस संबंध में निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने बताया कि हर साल की भांति निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे लगाए है. ये व्यवस्था उन लोगों के लिये है जिनके पास ठहरने के संसाधन नहीं होते, या जो गरीब होते हैं। वो यहां निशुल्क रात्रि विश्राम कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- हैदराबाद में लगातार बढ़ रहे हैं महिलाओं के विरूद्ध अपराध : रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि स्थान चयन करने में लोगों के आवागमन का भी विशेष ध्यान रखा गया है. इस संबंध में सभी जोन उपायुक्तों को रैन बसेरों का दौरा कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

यहां बनाए गये हैं अस्थाई रैन बसेरे

स्थान का नाम लोगों के ठहरने की क्षमता

  • ट्रांसपोर्ट नगर हाजिरीगाह 100
  • रामनिवास बाग के पीछे 150
  • जेके लोन अस्पताल के पास 100
  • जयपुरिया अस्पताल के पास 100
  • गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने 50
  • बांगड़ अस्पताल के बाहर 50
  • सांगानेर एयरपोर्ट के सामने 100
  • महारानी फार्म पुलिया के नीचे 100
  • गोपालपुरा पुलिया के नीचे 100
  • वीटी रोड मानसरोवर 100
  • खासा कोठी पुलिया के नीचे 100
  • विद्याधर नगर सेक्टर 6 एचपी पेट्रोल पंप के पास 50
  • परमानंद हॉल मालवीय मार्ग 50
  • 200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड 100

हालांकि जेएलएन मार्ग पर जेके लोन के पास केयरवेल के सामने और चौमू पुलिया स्थित स्मार्ट टॉयलेट के पास अभी तक रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं. निगम सूत्रों की मानें तो यहां स्थानीय लोगों के विरोध होने से ये रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं.

जयपुर. नगर निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे शुरू कर दिए हैं. बेघर लोगों को सर्दी में राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए शहर के 14 स्थानों पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. लेकिन बिना आईडी के इन में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है वो अब भी खुले में ही रात गुजारने को मजबूर हैं.

बता दें कि जहां रैन बसेरे बनाए गए हैं वहां 50 से 150 लोगों तक के ठहरने की व्यवस्था की गई है. जयपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, प्रमुख फ्लाईओवर सहित उन स्थानों पर ये रैन बसेरे बनाए गये हैं, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है.

जयपुर में नगर-निगम ने शुरू किए अस्थाई रैन बसेरे

इसकी खास बात ये है कि इन रैन बसेरों में रहने के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा रजाई-गद्दे और लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है. वहीं कुछ रैन बसेरों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाए गए हैं. इस संबंध में निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने बताया कि हर साल की भांति निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे लगाए है. ये व्यवस्था उन लोगों के लिये है जिनके पास ठहरने के संसाधन नहीं होते, या जो गरीब होते हैं। वो यहां निशुल्क रात्रि विश्राम कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- हैदराबाद में लगातार बढ़ रहे हैं महिलाओं के विरूद्ध अपराध : रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि स्थान चयन करने में लोगों के आवागमन का भी विशेष ध्यान रखा गया है. इस संबंध में सभी जोन उपायुक्तों को रैन बसेरों का दौरा कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

यहां बनाए गये हैं अस्थाई रैन बसेरे

स्थान का नाम लोगों के ठहरने की क्षमता

  • ट्रांसपोर्ट नगर हाजिरीगाह 100
  • रामनिवास बाग के पीछे 150
  • जेके लोन अस्पताल के पास 100
  • जयपुरिया अस्पताल के पास 100
  • गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने 50
  • बांगड़ अस्पताल के बाहर 50
  • सांगानेर एयरपोर्ट के सामने 100
  • महारानी फार्म पुलिया के नीचे 100
  • गोपालपुरा पुलिया के नीचे 100
  • वीटी रोड मानसरोवर 100
  • खासा कोठी पुलिया के नीचे 100
  • विद्याधर नगर सेक्टर 6 एचपी पेट्रोल पंप के पास 50
  • परमानंद हॉल मालवीय मार्ग 50
  • 200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड 100

हालांकि जेएलएन मार्ग पर जेके लोन के पास केयरवेल के सामने और चौमू पुलिया स्थित स्मार्ट टॉयलेट के पास अभी तक रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं. निगम सूत्रों की मानें तो यहां स्थानीय लोगों के विरोध होने से ये रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं.

Intro:जयपुर - सर्दी की तेवर बढ़ने के साथ ही नगर निगम प्रशासन ने बेघर, गरीब और जरूरतमंद लोगों की सुविधा के लिए 16 अस्थाई रैन बसेरे शुरू किये हैं। वहीं करीब 1 दर्जन से ज्यादा स्थानों पर निगम की ओर से बनाए गए स्थाई रैन बसेरे भी व्यवस्थित किए गये हैं। इसे लेकर नगर निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने सभी जोन उपायुक्तों को क्षेत्र में बने रेन बसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।


Body:नगर निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे शुरू कर दिए हैं। बेघर लोगों को सर्दी में राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए शहर के 14 स्थानों पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं। लेकिन बिना आईडी के इन में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है वो अब भी खुले में ही रात गुजारने को मजबूर है। हालांकि जहां रैन बसेरा बनाए गए हैं वहां 50 से 150 लोगों तक के ठहरने की व्यवस्था की गई है। जयपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, प्रमुख फ्लाईओवर सहित उन स्थानों पर ये रैन बसेरे बनाए गये हैं, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है। या बड़ी संख्या में गरीब लोग रात में सड़कों पर सोते हैं। खास बात ये है कि इन रैन बसेरों में रहने के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा रजाई-गद्दे और लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है। वहीं कुछ रैन बसेरों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कंपार्ट बनाए गए हैं। इस संबंध में निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने बताया कि हर साल की भांति निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे लगाए है। ये व्यवस्था उन लोगों के लिये है जिनके पास ठहरने के संसाधन नहीं होते, या जो गरीब होते हैं। वो यहां निशुल्क रात्रि विश्राम कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्थान चयन करने में लोगों के आवागमन का भी विशेष ध्यान रखा गया है। इस संबंध में सभी जोन उपायुक्तों को रैन बसेरों का दौरा कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
बाईट - विजय पाल सिंह, प्रशासक, नगर निगम

यहां बनाए गये हैं अस्थाई रैन बसेरे -
स्थान का नाम लोगों के ठहरने की क्षमता
ट्रांसपोर्ट नगर हाजिरीगाह 100
रामनिवास बाग के पीछे 150
जेके लोन अस्पताल के पास 100
जयपुरिया अस्पताल के पास 100
गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने 50
बांगड़ अस्पताल के बाहर 50
सांगानेर एयरपोर्ट के सामने 100
महारानी फार्म पुलिया के नीचे 100
गोपालपुरा पुलिया के नीचे 100
वीटी रोड मानसरोवर 100
खासा कोठी पुलिया के नीचे 100
विद्याधर नगर सेक्टर 6 एचपी पेट्रोल पंप के पास 50
परमानंद हॉल मालवीय मार्ग 50
200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड 100


Conclusion:हालांकि जेएलएन मार्ग पर जेके लोन के पास केयरवेल के सामने और चौमूं पुलिया स्थित स्मार्ट टॉयलेट के पास अभी तक रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं। निगम सूत्रों की मानें तो यहां स्थानीय लोगों के विरोध होने से ये रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.