जयपुर. नगर निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे शुरू कर दिए हैं. बेघर लोगों को सर्दी में राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए शहर के 14 स्थानों पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. लेकिन बिना आईडी के इन में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं है वो अब भी खुले में ही रात गुजारने को मजबूर हैं.
बता दें कि जहां रैन बसेरे बनाए गए हैं वहां 50 से 150 लोगों तक के ठहरने की व्यवस्था की गई है. जयपुर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, प्रमुख फ्लाईओवर सहित उन स्थानों पर ये रैन बसेरे बनाए गये हैं, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है.
इसकी खास बात ये है कि इन रैन बसेरों में रहने के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा रजाई-गद्दे और लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है. वहीं कुछ रैन बसेरों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाए गए हैं. इस संबंध में निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने बताया कि हर साल की भांति निगम ने शहर में अस्थाई रैन बसेरे लगाए है. ये व्यवस्था उन लोगों के लिये है जिनके पास ठहरने के संसाधन नहीं होते, या जो गरीब होते हैं। वो यहां निशुल्क रात्रि विश्राम कर सकते हैं.
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उन्होंने बताया कि स्थान चयन करने में लोगों के आवागमन का भी विशेष ध्यान रखा गया है. इस संबंध में सभी जोन उपायुक्तों को रैन बसेरों का दौरा कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
यहां बनाए गये हैं अस्थाई रैन बसेरे
स्थान का नाम लोगों के ठहरने की क्षमता
- ट्रांसपोर्ट नगर हाजिरीगाह 100
- रामनिवास बाग के पीछे 150
- जेके लोन अस्पताल के पास 100
- जयपुरिया अस्पताल के पास 100
- गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने 50
- बांगड़ अस्पताल के बाहर 50
- सांगानेर एयरपोर्ट के सामने 100
- महारानी फार्म पुलिया के नीचे 100
- गोपालपुरा पुलिया के नीचे 100
- वीटी रोड मानसरोवर 100
- खासा कोठी पुलिया के नीचे 100
- विद्याधर नगर सेक्टर 6 एचपी पेट्रोल पंप के पास 50
- परमानंद हॉल मालवीय मार्ग 50
- 200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड 100
हालांकि जेएलएन मार्ग पर जेके लोन के पास केयरवेल के सामने और चौमू पुलिया स्थित स्मार्ट टॉयलेट के पास अभी तक रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं. निगम सूत्रों की मानें तो यहां स्थानीय लोगों के विरोध होने से ये रैन बसेरे नहीं बन पाए हैं.