जयपुर. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने प्रदेश सरकार को फिर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हमेशा गांवों की सरकार को मजबूत करने का काम किया है. इसके विपरीत प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार गांव की सरकार को कमजोर कर रही है. सरकार गांवों के विकास का पैसा रोककर बैठी है. इस कारण गांवों में विकास का कार्य ठप पड़ा है.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ग्राम पंचायत लालासर में किशनगढ़-रेनवाल के नवनिर्वाचित जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. उसी दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण और मजबूत सरकार गांव की होनी चाहिए. गांवों की सरकार को मजबूती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 2014 में विकास कार्यों के लिए पैसा जिले में न भेजकर सीधे ग्राम पंचायत के खाते में भेजना शुरू किया. जिससे गांवों में विकास के नए आयाम स्थापित हुए. लेकिन कांग्रेस ने प्रदेश में पंचायती राज सरकार को कमजोर करने का काम किया है.
चौदहवें फाईनेंस कमीशन (Fourteenth Finance Commission) का पैसा 2019 से आज तक प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ओर से पंचायतों तक नहीं पहुंचाया गया. जिससे गांव के विकास कार्य ठप हो गए हैं. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की ओर से चुनी हुई सरकार का मुख्य काम जनता की सेवा करना, सुरक्षा करना, युवाओं को रोजगार प्रदान करना और प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाना होता है. लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार इन सभी कार्यों से कोसो दूर है.
केंद्र सरकार से विकास कार्यों का पैसा लगातार आ रहा है. लेकिन राज्य सरकार के अधिकारी केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (Prime Minister Housing Scheme), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) जैसी अनेक कल्याणकारी योजनाओं पर ठीक प्रकार से काम नहीं कर रहे. जिससे इन योजनाओं का लाभ प्रदेश की जनता को नहीं मिल पा रहा. प्रदेश की जनता केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं के लाभ से वंचित है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 तक हर घर में नल से पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन केन्द्र सरकार की ओर से पैसा मिलने पर भी प्रदेश में काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि लक्ष्य की प्राप्ति होना मुश्किल है.