जयपुर. आरएलपी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने यह साफ कर दिया है कि जब दिल्ली में बीजेपी-आरएलपी का गठबंधन है तो राजस्थान के उपचुनाव में क्यों नहीं रहेगा. बेनीवाल के अनुसार खींवसर में भाजपा आरएलपी को और मंडावा में आरएलपी भाजपा प्रत्याशी को समर्थन करेगी और कांग्रेस को साफ करेगी. बेनीवाल के अनुसार जल्द ही भाजपा नेताओं के साथ इस संबंध में उनकी बैठक है, जिसमें गठबंधन के फैसले पर छाए बादल छट जाएंगे.
खींवसर है मेरी सीट और मंडावा भाजपा की : बेनीवाल
ईटीवी भारत से खास बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा कि खींवसर विधानसभा सीट खुद उनकी सीट है, क्योंकि वे वहां से विधायक थे. ऐसे में गठबंधन के तहत ये सीट आरएलपी को ही मिलेगी और भाजपा उसमें सहयोग देगी. जबकि मंडावा में आरएलपी भाजपा को सहयोग देकर सीट जिताने का काम करेगी. सांसद बेनीवाल के अनुसार 10 दिन पहले भाजपा के प्रमुख नेताओं से इस संबंध में उनकी बैठक हो चुकी है, जिसमें उन्हें सकारात्मक संकेत मिले हैं. वहीं इस संबंध में अंतिम फैसला आज यानी सोमवार रात तक हो जाएगा.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर साधा निशाना...
इस दौरान बेनीवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने पुत्र मोह में फंसे हुए हैं. बेनीवाल के अनुसार लोकसभा चुनाव हारने के बाद वैभव गहलोत बेरोजगार हो गया जिस को रोजगार दिलाने के लिए अब आरसीए का दांव खेला जा रहा है.
गहलोत ने किया राजनीतिक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार...
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में करोड़ों बेरोजगार है, लेकिन उनकी तरफ मुख्यमंत्री का ध्यान नहीं जाता. उन्होंने आगे कहा कि वह भाजपा के साथ मिलकर राजस्थान से कांग्रेस का सूपड़ा साफ करेंगे. बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राजनीति का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवा कर किया, जिसे दलित समाज कभी नहीं भूलेगा.