जयपुर. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने सपोटरा के पुजारी को जिंदा जलाए जाने पर प्रदेश की गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है.
कर्नल राज्यवर्धन ने कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए कहा ’’गिद्धों को लाश नजर आती है दूर से, उनको जलता हुआ पुजारी नहीं दिखता, यूपी में नज़र आ जाती है सियासत की रोटियां, आपको दमन सहता राजस्थान नहीं दिखता’’ कांग्रेस हाथरस कांड में राजनीतिक संभावनाएं तलाश रही है और इसी के चलते राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने पूरे घटनाक्रम में सिर्फ राजनीति करने का प्रयास किया है जो कि निन्दनीय है.
उन्हे एक बार राजस्थान आकर यहां के बिगडते हालातों को भी देखने की आवश्यकता है. महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं किसी प्रदेश अथवा क्षेत्र तक सीमित नहीं है और ना ही किसी पार्टी के शासन तक. अतः इस प्रकार की घटनाओं पर राजनीति करना उचित नहीं है.
कर्नल राज्यवर्धन सिंह ने पुजारी के परिवार को प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ओर से दी गई सहायता को अपर्याप्त बताया है और कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई भी मंत्री, विधायक या नेता पीड़ित पुजारी परिवार से मिलने नहीं पहुंचा. यह विडम्बना है कि जिस कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने सत्ता में बैठाया है वो इस प्रकार के संवेदनशील मामलों पर भी उसी जनता के दुःख में शामिल नहीं हो रही है.
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कर्नल राज्यवर्धन ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कांग्रेस सरकार को आडे हाथों लिया और आक्रोश जताते हुए कहा कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस ने कहा था ’’अब होगा न्याय’’ क्या राजस्थान में पुजारी को जलाना नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म न्याय है? राजस्थान की गिनती शांत प्रदेशों में की जाती थी, लेकिन कांग्रेस के शासनकाल में यहां अपराध चरम पर है, प्रदेश में महिलाएं और बच्चों सहित कोई भी सुरक्षित नहीं है. प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है. अपराधी बैखोफ होकर अपराध करते है और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है. सरकार को स्वार्थ सिद्धि छोड़कर प्रदेश में विकास और जनहित के कार्य करने चाहिए जिससे आमजन को राहत मिल सके.