नई दिल्ली/जयपुर. पूर्व में स्वीकृत रेल लाइनों के अटके कार्यों पर लोकसभा में प्रदेश के दो सांसदों ने रेल मंत्री से अपने सवालों के जवाब मांगे. सदन में भागीरथ चौधरी के अजमेर लोकसभा क्षेत्र में स्वीकृत दो रेल मार्गों और निहालचन्द मेघवाल के एक रेल लाइन पर किए गए सवालों का जवाब रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगाड़ी ने दिया.
भागीरथ चौधरी- अजमेर सांसद
भागीरथ चौधरी ने पुष्कर से मेड़ता रेल लाइन और अजमेर-कोटा-नसीराबाद-केकड़ी-देवली रेल लाइन जिसे 2013-14 में केन्द्रीय कैबिनेट ने स्वीकृत किया था, इसके अभी तक अटके होने पर जवाब मांगा. सांसद ने कहा कि इन परियोजनाओं पर राजस्थान सरकार लागत का 50 फीसदी हिस्सा और भूमि देगी लेकिन उन्हें कोई उम्मीद नहीं लगती. ऐसे में केन्द्र सरकार से गुजारिश है कि जल्द से जल्द इन स्वीकृत रेल लाइनों केन्द्रीय कैबिनेट से अनुमोदन कराए.
पढे़ंः गहलोत 'राज' 1 साल: कैसा रहा बेरोजगारों के लिए ये साल...
इसके जवाब में मंत्री सुरेश अंगाड़ी ने कहा कि जिस समय ये रेल लाइन स्वीकृत हुई तब केन्द्र में यूपीए और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी. दोनों ही स्तर पर कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. लेकिन बाद में राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार को लैटर लिखकर यह कहा कि जमीन अधीग्रहण महंगा होने के चलते यह संभव नहीं है. जब तक राज्य सरकार जमीन अधीग्रहण नहीं करके देती तब तक रेल लाइन डालन असंभव है.
निहालचंद मेघवाल- श्रीगंगानगर सांसद
मैं केन्द्र सरकार और माननीय रेल मंत्री का धन्यवाद करना चाहूंगा. रेलवे दुनिया में तरक्की कर रही है. नई रेल परियोजना की शुरूआत हुई है, वो मंत्री के ध्यान में हैं, लेकिन पूर्व में की गई घोषणाओं के बारे में जानना चाहता हूं. सासंद निहालचंद ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गजसिंहपुर-पदमपुर-हनुमानगढ़ वाया पल्लू रेल लाइन की घोषणा की थी. ये योजना स्वीकृत तो नहीं हुई है, लेकिन मैं ये जानना चाहूंगा कि क्या केन्द्र सरकार पूर्व में की गई तत्कालीन प्रधानमंत्री की घोषणा को पूरा करने का मानस रखती है.
इस पर रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगाड़ी ने कहा कि फिलहाल भारतीय रेलवे महत्वपूर्ण प्रोजेक्टस को पूरा कर रहा है. फिर भी जो दिवंगत प्रधानमंत्री ने क्या घोषणा की थी इसकी डिटेल देखने के बाद ही इसके बारे में सोचा जा सकता है.