जयपुर. भगवान गणेश की आराधना करने के लिए आमदिनों में बुधवार के दिन हजारों भक्तों की कतार मोती डूंगरी गणेश मंदिर के बाहर नजर आती थी. लॉकडाउन के कारण भक्त मंदिर में नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन की ओर से भक्तों के लिए भगवान के दर्शन की ऑनलाइन व्यवस्था की है.
राजधानी के प्रसिद्ध मोती डूंगरी मंदिर जहां प्रथम पूज्य भगवान गणेश के दर्शन के लिए हर बुधवार लाखों श्रद्धालु पहुंचते थे, लेकिन कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन में धार्मिक स्थलों को भी बंद किया गया है. जिसके चलते बीते 22 मार्च से मोती डूंगरी मंदिर के पट भक्तों के लिए बंद कर दिए गए हैं. साथ ही मंदिर प्रशासन ने परिसर के बाहर कोरोना महामारी से बचाव के लिए एहतियात बरतने के संदेश वाले बैनर पोस्टर भी लगाए हैं. वहीं भक्तों की आस्था को देखते हुए भगवान के ऑनलाइन दर्शन की भी व्यवस्था की है.
डेढ़ लाख लोगों को भोजन मुहैया
इस संबंध में मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि मंदिर में भगवान की सेवा-पूजा, भोग-आरती पहले की भांति चल रही है, लेकिन श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पट बंद है. भगवान के दर्शन के लिए ऑनलाइन दर्शन और सोशल मीडिया पर व्यवस्था की गई है.
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वहीं मंदिर में साफ-सफाई और रखरखाव के साथ-साथ यहां के सेवादारों के वेतन को लेकर राज्य सरकार से मदद के सवाल पर महंत कैलाश शर्मा ने कहा कि मंदिर प्रशासन इस लॉकडाउन के दौरान अब तक करीब डेढ़ लाख से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध करा चुका हैं.
हजारों परिवारों को बांटे गए राशन किट
वहीं शेल्टर होम और रेन बसेरों में भी भोजन की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही जरूरतमंद एक हजार परिवारों को राशन किट भी बांटे गए. ऐसे में उन्होंने मंदिर को पूरी सक्षम बताते हुए राज्य सरकार से मदद की आवश्यकता नहीं बताई.
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सरकार के सहायता बिना मंदिर हर व्यवस्था में सक्षम
मंदिर महंत का कहना है कि मंदिर के पास उसके भक्त और फॉलोअर्स एक संपत्ति है. जो मंदिर के अकाउंट में दान कर देते हैं. जिससे मंदिर की रखरखाव के साथ-साथ रैन बसेरों और शेल्टर होम में भोजन पहुंचाने में भी मंदिर प्रशासन को मदद मिली है. इसलिए सरकार से सहायता लेने की जरूरत नहीं पड़ी है, मंदिर खुद सक्षम हैं.
हालांकि, मोती डूंगरी गणेश मंदिर क्षेत्र में लॉकडाउन में शिथिलता बरती गई है. ऐसे में गुरुवार को कुछ श्रद्धालु यहां जरूर पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें भगवान के दर के दूर से ही दर्शन करने की नसीहत दी. वहीं मंदिर प्रशासन ने भी इस संक्रमण काल में भक्तों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना अपील.