जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि जयपुर एयरपोर्ट से हवाई यात्रा को शुरू हुए 4 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अब भी यात्री भार नहीं बढ़ा है. जिससे रोजाना यहां विमानों का संचालन रद्द हो रहा है.
बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट पर बीते 120 दिनों में करीब 1000 से ज्यादा विमानों का संचालन रद्द हो चुका है. जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि अगस्त के मुकाबले में जयपुर एयरपोर्ट पर सितंबर महीने में यात्री भार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जयपुर एयरपोर्ट पर लॉकडाउन के बाद घरेलू विमानों का संचालन 25 मई से दोबारा शुरू हुआ था.
वहीं, शेड्यूल में शामिल स्पाइसजेट की उदयपुर, अमृतसर, जालंधर और अहमदाबाद जाने वाली विमानों ने एक बार भी उड़ान नहीं भरी. अंत में एयरलाइंस के द्वारा इन्हें बंद करना पड़ा. इसके अलावा हैदराबाद, लखनऊ और आगरा समेत कई शहरों में यात्री भार ना के बराबर ही रहा. कुछ एयरलाइंस ने कनेक्टिंग फ्लाइट्स कर दिया, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में अतिरिक्त समय भी लग रहा है. वहीं दूसरी ओर यात्रियों को लुभाने के लिए एयरलाइंस कई तरह के ऑफर दे रही है. इसके बावजूद भी यही स्थिति बनी हुई है.
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दीवाली पर नहीं बढ़ रहा किराया
एयरलाइंस कंपनियां त्योहारी सीजन में अपने विमानों के किरायों में बढ़ोतरी कर देती है, लेकिन इस बार यह नहीं देखा जा रहा है. नवरात्र और दीवाली पर यात्री भार में थोड़ी बढ़ोतरी होने की संभावना भी जताई जा रही थी. ऐसे में एयरलाइंस के द्वारा किराए में बढ़ोतरी होने की भी कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने घरेलू हवाई यात्रा के किराए में किराए बढ़ाने पर रोक 24 नवंबर तक बढ़ा दी है. ऐसे में एयरलाइंस दूरी के आधार पर निर्धारित की राशि के अनुसार किराया लेगी, जिससे हवाई यात्रियों को राहत मिलेगी.