जयपुर. राजधानी में रोड लाइटों की सप्लाई और मेंटेनेंस का काम ईईएसएल और ईएसओ कंपनी के हवाले है, लेकिन इन कंपनियों से जुड़ी एक हजार से ज्यादा शिकायतें फिलहाल निगम में पेंडिंग चल रही है. जिसे लेकर ग्रेटर मेयर ने नाराजगी जताते हुए सोमवार को विद्युत शाखा के अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक ली. इस दौरान कुछ पार्षद भी मौजूद रहे.
बैठक में मेयर ने रोड लाइट से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश देते हुए कहा कि नव वर्ष के साथ ही शहर में जहां लाइट व्यवस्था नहीं है. वहां लाइट लगाना शुरू किया गया, लेकिन लाइटों की कमी और कुछ खामियों की वजह से इसे गति नहीं दी जा सकी है. वहीं जेडीए की ओर से लगाई गई लाइटों को निगम को हैंड ओवर किया गया. इन लाइटों का मेंटेनेंस संबंधित फर्म को ही करना था, लेकिन निगम ने अलग से टेंडर कर दिए. जिनका दोबारा निरीक्षण किया जाएगा. वहीं, लगभग हर वार्ड से हाई मास्ट लाइटें लगाने की पार्षदों ने मांग की है.
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उपयुक्त स्थानों पर जल्द ये लाइटें लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि जहां-जहां फेज वायर खींचा हुआ है, वहां सभी जगह रोड लाइट लगाने का प्रयास किया जा रहा है. इससे पहले मेयर ने विद्युत शाखा की फील्ड टीम को दोपहर 12 बजे से 8 बजे तक कार्य करने के निर्देश दिए थे.
साथ ही एईएन लाइट को मुख्यालय के बजाए जोन में बैठने के निर्देश दिए थे. ताकि खराब लाइटों की जांच कर उन्हें समय पर दुरुस्त करवाया जा सके. वहीं, 15 जनवरी से जगतपुरा, मालवीय नगर और सांगानेर में प्रथम चरण में 3 हजार नई एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी.