जयपुर. टोडाभीम से विधायक पीआर मीणा ने करौली एसपी मृदुल कच्छावा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पुलिस महानिरीक्षक को शिकायती पत्र लिख हटाने की मांग की है. पत्र सार्वजनिक होने के साथ मृदुल कच्छावा ब्यूरोक्रेसी सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गई. कच्छावा के समर्थन में सोशल मीडिया पर ट्रेंड भी चलने लगा.
धौलपुर कलेक्टर आरके जैसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'सत्य प्रताड़ित हो सकता है, पराजित नहीं', सहज, सरल और असाधारण प्रतिभा के धनी हैं SP मृदुल कच्छावा.' ऐसा पहली बार नहीं है कि आईएएस आरके जैसवाल ने इस तरह का ट्वीट किया हो. इससे पहले भी जालौर में मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान को लात मारने वाले एसडीएम के तबादले पर धौलपुर जिला कलेक्टर बचाव में उतर आए थे.
कलेक्टर आरके जायसवाल ने 21 सेकंड के वीडियो के साथ ट्वीट कर सवाल उठाया कि गलती एसडीएम की है या किसान की? क्या आत्मरक्षा में एसडीएम ने बचाव में कार्यवाही की? देखें और निर्णय करें. हालांकि जैसवाल के इस वीडियो ट्वीट को भी लोगों ने दूसरे 30 सेकंड के पूरे वीडियो के साथ ट्रोल कर दिया था.
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जोधपुर कमिश्नरेट ने भी किया एसएचओ के समर्थन में ट्वीट
ऐसा नहीं है कि सरकार या जनप्रतिनिधियों के किसी एक्शन पर अकेले धौलपुर के जिला कलेक्टर जैसवाल ही इस तरह से ट्वीट कर रहे हैं. जोधपुर में हुए एनकाउंटर को लेकर आज एसएचओ के निलंबन के बाद जोधपुर पुलिस ने एसएचओ के समर्थन में Retweet किया. दरअसल एसएचओ लीलाराम सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश के बाद लगातार ट्विटर पर लीलाराम टीम को बहाल करने
(#SHO_लीलाराम_टीम_को_बहाल_करो) का ट्रेंड चला. ट्वीटर ट्रेंड से पहले ही जोधपुर पुलिस कमिश्नर के अधिकारी हैंडल से भी रिट्वीट किया गया है. यानी कि पुलिस कमिश्नरेट भी इस फैसले से नाखुश है.