जयपुर. राजस्थान में चल रहा सियासी संग्राम अब समाप्त होता हुआ दिखाई दे रहा है. जहां कांग्रेस आलाकमान से समझौते के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि अब राजस्थान में सरकार को किसी तरीके का कोई डर नहीं है. इधर पायलट कैंप ने सोमवार देर रात प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर कांग्रेस के साथ होने की बात कही है तो वहीं कांग्रेस विधायकों के साथ रहे तीनों निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला, खुशवीर सिंह जोजावर और सुरेश टांक भी जयपुर पहुंच गए हैं.
जयपुर पहुंचते ही मुख्यमंत्री आवास में तीनों विधायकों को बुलाया गया जहां मुख्यमंत्री से इन तीनों की मुलाकात हुई. मुख्यमंत्री से मिलकर आने के बाद विधायक ओम प्रकाश हुडला ने कहा कि मैं पहले महुआ गया था और महुआ से दिल्ली चला गया. दिल्ली प्रवास के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि उनके खिलाफ एसओजी में केस दर्ज हुआ है. जिसकी पीड़ा और चिंता के चलते वह जयपुर नहीं आए.
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे लिए जनता का काम सबसे महत्वपूर्ण है. जब एसओजी ने मुकदमा वापस ले लिया तो उसके बाद वो जयपुर पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने हमें अपने आवास पर बुलाया. जहां हमारी नाराजगी का कारण भी हमसे पूछा गया तो हमने उन्हें भी बता दिया कि एसओजी में जो मुकदमा दर्ज कराया गया उससे हमें पीड़ा हुई है.
इसके साथ ही उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ के मंडावर में उपखंड कार्यालय खोलने, 26 गांव की पेयजल योजना और महुआ में बंद पड़ी आईटीआई कॉलेज नहीं खुलने की बात कही. जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यह काम जल्द ही हो जाएंगे. हुडला ने कहा कि वह 14 से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए आए हैं और अपने तमाम विधानसभा क्षेत्र के लोगों से कहना चाहते हैं कि उनके सेवा के लिए हम हमेशा तत्पर रहेंगे.
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वहीं, उन्होंने सचिन पायलट कैंप के साथ बातचीत होने की बात को सीधे तौर पर नकारा है और कहा कि वह ना इस दौरान सचिन पायलट से मिले और ना ही 19 विधायकों के कैंप की उन्हें कोई जानकारी है. अगर उनका कोई फोटो या वीडियो सचिन पायलट या उनके कैंप के साथ आया हो तो हमें बताएं, यह खाली अफवाह थी, जिसका हमें भी मीडिया के माध्यम से पता चला.
हुडला ने कहा कि हम मुख्यमंत्री के साथ हैं, दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, रघु शर्मा और प्रताप सिंह खाचरियावास के फोन उनके पास आए थे. सुभाष गर्ग ने भी उनसे संपर्क करने का प्रयास किया था, लेकिन जैसे ही मुकदमा वापस हो गया तो हम वापस आ गए.
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ओम प्रकाश हुडला ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री एक घर के मुखिया के तौर पर बुलाते है तो हर किसी को अच्छा लगता है. खरीद-फरोख्त के आरोपों में भाजपा के शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि ना तो वह भाजपा के संपर्क में थे, ना ही भाजपा के किसी नेता ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया.