जयपुर. प्रदेश में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. जिसके तहत सचिन पायलट और उनके सहयोगी 18 विधायकों ने होटल में डेरा डाल रखा है. जिन्हें राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी की ओर से अब नोटिस भी जारी कर दिया गया है.
हालांकि कहा जा रहा है कि इस मामले को कोर्ट में चैलेंज किया जाएगा, लेकिन जानकारों की माने तो जब तक स्पीकर कोई फैसला नहीं सुना देते हैं तब तक कोर्ट इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन एक बार जब स्पीकर का निर्णय आ जाएगा तो उसके बाद निश्चित तौर पर यह तमाम विधायक कोर्ट का रुख करेंगे. इसका मतलब साफ है कि अगर शुक्रवार 17 जुलाई को 1 बजे तक अगर यह 19 विधायक विधानसभा अध्यक्ष के सामने पेश नहीं हुए और अपना पक्ष नहीं रखा तो इन तमाम19 विधायकों की सदस्यता जाना लगभग तय है. हालांकि कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि 19 में से कुछ विधायक लौट आएंगे.
उधर यह भी कहा जा रहा है कि जो 19 विधायक मानेसर के होटल में रुके हुए हैं उनमें से किसी विधायक के करीबी परिजनों की ओर से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी लगाई जा सकती है, यानी कि कहा जा सकता है कि जो विधायक बाहर है उनको जबरन रखा जा रहा है. हालांकि अभी इस तरीके की कोई याचिका सामने नहीं आई है ना ही किसी तरह की FIR दर्ज करवाई गई है.