जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट काल के दौरान अपना रोजगार खो चुके स्ट्रीट वेंडर्स को पुनः स्थापित करने की मांग की गई है. भाजपा विधायक कालीचरण सराफ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर यह मांग की है के सर आपने कहां है कि लॉकडाउन में सबसे अधिक प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स हुए हैं और अब उनके सामने अपना व्यवसाय पुनः शुरू करने की चुनौती है. क्योंकि अब इन्हें वित्तीय संकट से निपटते हुए अपने ग्राहकों में भी वापस विश्वास पैदा करना होगा.
सराफ के अनुसार केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर विशेष पैकेज के माध्यम से ऐसे छोटे व्यवसायियों और स्ट्रीट वेंडर्स के लिए बहुत कुछ घोषणा की है, लेकिन प्रदेश सरकार को भी इनके उत्थान के लिए कोई ठोस नीति बनाने की जरूरत है. जिसके सहारे स्ट्रीट वेंडर्स अपने रोजगार की वापस से शुरुआत कर सके.
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भाजपा विधायक ने बताया कि केंद्र सरकार ने इन सूक्ष्म और लघु व्यापारी वर्ग के स्ट्रीट वेंडर्स, रेहड़ी और पटरी वालों के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि की शुरुआत की है. इस योजना में स्ट्रीट वेंडर्स को आसान शर्तों पर 10 हजार का लोन मिल सकेगा, जिसका लाभ देश के विभिन्न क्षेत्रों में सब्जियों, स्ट्रीट फूड, चाय, पकौड़े, अंडे ब्रेड, वस्त्र परिधान, जूते, कारीगर, उत्पाद और स्टेशनरी इत्यादि की आपूर्ति करने वाले वेंडर्स, हॉकर और ठेले वाले आदि को मिलेगा.
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सराफ ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र की गाइडलाइन की पालना करते हुए और केंद्र सरकार के विभागों से समन्वय करके स्ट्रीट वेंडर्स को पुनर्स्थापित करने और मजबूती प्रदान करने के लिए एक ठोस योजना तैयार करना चाहिए, जिसके तहत इन्हें प्रशिक्षण इत्यादि देने सहित आमजन में जागरूकता के माध्यम से विश्वास पैदा किया जाना भी आवश्यक है, जिससे भारी आर्थिक संकटों का सामना कर रहे स्ट्रीट वेंडर्स अपना रोजगार शुरू कर सके.