कोटा. प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर वैक्सीन के मामले में कोटा जिला देहात कांग्रेस के पदाधिकारी और नेता सांगोद विधायक भरत सिंह के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. ज्ञापन देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक भरत सिंह ने धारीवाल और डोटासरा विवाद को बड़े लोगों का विवाद बता दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि जब बड़े लोग छोटे मोटे कोई बात पर चर्चा भी करते हैं, तो वह खबर बन जाती है. हम उस बात को इतना तवज्जो नहीं देते हैं.
इसके अलावा पांचों विधायकों के धरने देने को लेकर उन्होंने कहा कि यह लोग तो बोरी-बिस्तर लेकर धरना देने आए हैं. हम तो केवल ज्ञापन देने के लिए आए थे. यह सोने की तैयारी में आए हैं और हम सोने वालों को जगाने के लिए यहां पर आए हैं. विधायक भरत सिंह ने वैक्सीनेशन के मुद्दे पर भी कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर बात की है तो सरकार को गंभीरता से यह मामला लेना चाहिए.
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18 से 44 वर्ष के जो भी युवा हैं, उन्हें फ्री-वैक्सीन की जिम्मेदारी सरकार उठानी चाहिए. सभी लोगों को समय से वैक्सीन लगनी चाहिए. क्योंकि जिन लोगों को वैक्सीन लग गई है, उन्हें भीड़-भाड़ या लोगों के बीच जाने में सुरक्षा महसूस होती है, लेकिन युवाओं के एक्शन नहीं होने से लोग सुरक्षा के भाव से वंचित हैं. लोगों को सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है.
इसके अलावा कांग्रेस के देहात जिलाध्यक्ष सरोज मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीनेशन के मुद्दे पर सीरियस नहीं हैं. जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिन रात एक कर रहे हैं. लोगों की जान बचाने में जुटे हुए हैं. मोदी लंबे भाषण और बातें तो करते हैं, लेकिन कोविड-19 के मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं. फ्री वैक्शीनेसन की मांग तुरंत पूरी करनी चाहिए. इस दौरान पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा, कांग्रेस नेता नईमुद्दीन गुड्डू, कुशल पाल सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.