जयपुर. करौली में हुई हिंसा के बाद पहले कांग्रेस और फिर भाजपा की जांच कमेटी ने अपनी-अपनी रिपोर्ट अपनी पार्टी को सौंपी. अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से भी विधायक बलवान पूनिया और पार्टी नेता संजय माधव की जांच कमेटी ने करौली के हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट मीडिया के साथ साझा की (MLA Balwan Poonia inquiry report of Karauli violence) है.
पूनिया ने करौली में हुई हिंसा को आरएसएस और भाजपा की ओर से प्रायोजित कार्यक्रम बताया है. इसके साथ ही पूनिया ने इस पूरी घटना के लिए करौली पुलिस और प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है. पूनिया का आरोप है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आने के बाद करौली में जो हिंसा, आगजनी और पत्थरबाजी हुई, वह आरएसएस और भाजपा का प्रायोजित कार्यक्रम था. उन्होंने कहा कि इस घटना में प्लानिंग के साथ केवल गरीब लोगों की ही छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया. जबकि बड़ी दुकानों और शोरूम को हाथ भी नहीं लगाया गया. यही शक की बड़ी वजह है.
पढ़ें: भाजपा पर भड़के सीएम गहलोत, कहा आग लगाने का प्रयास कर रही भाजपा
पूनिया ने कहा कि इस घटना में पहले उकसाने वाली नारेबाजी हुई, जिसके बाद झगड़ा हुआ और पत्थर चले. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस और प्रशासन को भी इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि शोभायात्रा शाम को 5 बजे निकाली गई और यह अफवाह 3 बजे ही फैल गई कि इस शोभायात्रा से पहले डंडे और हथियार इकठ्ठे किये जा रहे हैं. जब अफवाह फैल चुकी थी, उसके बाद भी पुलिस और प्रशासन क्यों चुपचाप बैठा रहा. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुलिस-प्रशासन की जवाबदेही तय करनी चाहिए.