जयपुर: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को जयपुर पहुंची. वित्त मंत्री भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी अलग-अलग हैं. CAA के तहत भारत मे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आये अल्पसंख्यकों को ही नागरिकता दी जाएगी.
उन्होंने कहा यदि कोई अन्य धर्म से जुड़े हुए लोग चाहे वह मुसलमान ही हों, वे भी भारत की नागरिकता मांगते हैं तो उन्हें जनरल सिटीजनशिप एक्ट के तहत आवेदन करना होगा और उसमें जो नियम है वह नियम उन पर लागू होंगे.
वित्त मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश खुद को इस्लामिक देश बताते हैं और भारत में धर्मनिरपेक्ष देश है. उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में होती है तो वह हिंदूओं के अलावा सबको समान रूप से महत्व देते हैं.
साथ ही कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से अशांति की राजनीति करती रही है. वे हिंदुओं के अलावा सबको संतुष्ट करने में लगी रहती है और हिंदुओं के लिए कुछ नहीं करती. हिंदुओं की उन्हें कोई परवाह नहीं है, लेकिन हम सभी धर्मों को समान रूप से महत्व देते है.
पढ़ेंः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घर-घर जाकर लोगों से की मुलाकात..लेकिन पूर्व सीएम रहीं गैरहाजिर
साथ ही कहा, 1947 में जब भारत का विभाजन हुआ तो वह भी मजहब के आधार पर हुआ था. निर्मला सीतारमण ने कहा कि पाकिस्तानी संसद में भी यह बयान दिया गया था कि पाकिस्तान से हर साल 5 हजार हिंदू भारत में शरणार्थी बनकर जाते हैं और वहां की नागरिकता मांगते हैं.