जयपुर. माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने खनिज विभाग को तीन माह में 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के माइनर मिनरल ब्लॉक्स विकसित कर ऑक्शन के लिए तैयार करने के निर्देश दिए हैं. और मेजर मिनरल के चार ब्लॉक की आक्शन की तैयारी करने को कहा है. उन्होंने बताया कि लाइम स्टोन के चार ब्लॉकों की शीघ्र ही ई-प्लेटफार्म पर नीलामी की जाएगी.
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प्रमुख सचिव माइंस अजिताभ शर्मा ने सचिवालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में इस वित्तीय वर्ष में खनिज खोज व खनन आक्शन प्रगति की समीक्षा की और उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष का रोडमेप तैयार कर खनिज खोज व खनन कार्य को गति दी जाएगी. शर्मा ने बताया कि राजस्थान खनिज संपदा सपन्न प्रदेश है. राज्य में लेड़, जिंक, तांबा, लाइमस्टोन, डोलोमाइट, लिगनाइट, केलसाइट, क्ले, फ्लोराइट, जिप्सम, सिलिका सेंड, ग्रेनाइट, मार्बल, सेंड स्टोन, स्लेट, रेयर अर्थ, चेजा पत्थर आदि के खोज व खनन कार्य को गति दिए जाने की आवश्यकता है.
साथ ही खनिज खोज खनन व छोटे ब्लॉक तैयार करने से हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार उपलब्ध होगा. वहीं राज्य में राजस्व की वृद्धि होगी. इस साल राज्य में खनिज खोज व खनन कार्य को गति देते हुए पोटाश की खोज के लिए एमईसीएल के साथ त्रिपक्षीय समझौता किया गया हैं. डेढ़ हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र के खनिज ब्लॉक ऑक्शन के लिए तैयार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि ई-प्लेटफार्म पर खनिज ब्लॉकों के ऑक्शन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा.
उन्होंने विभागीय वेबसाइट पर आक्शन के लिए उपलब्ध ब्लॉकों में संभावित खनिज भण्डार की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. बैठक में निदेशक माइंस श्री कुंज बिहारी पण्ड्या ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी. आज आयोजित हुई इस बैठक में संयुक्त सचिव माइंस ओम कसेरा, अतिरिक्त निदेशक एनके कोठ्यारी, प्रदीप अग्रवाल, एनएस शक्तावत, बीएस सोड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.