जयपुर. अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस दिवस पर सरकार की ओर से राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम में दिव्यंगों को मोटिवेशन के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली (Minister Tikaram Julie news on International Day of Disability)ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने पोलियो प्रभावित होने के बावजूद शारीरिक कमी को कभी भी जीवन की बाधा नहीं बनने दिया. परिणाम आप के सामने हैं. इस मौके पर मंत्री टीकाराम जूली ने दिव्यांग जनों को स्कूटी वितरण किया गया.
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर शुक्रवार को सचिवालय में राज्य स्तरीय पुरुस्कार वितरण और सम्मान समारोह का आयोजन हुआ. समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा की दिव्यांगो को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है.
मंत्री जूली ने कहा कि दिव्यांग जनों की बात करे तो अवनी लखेरा और सुधा चंद्रन जैसी अनेक ऐसी प्रतिभाएं है. जिन्होंने हमारे देश का नाम रोशन किया है. ऐसे में दिव्यांगजनों की प्रतिभाओं को नकारा नहीं जा सकता है. समारोह के दौरान दिव्यांग जनों को स्कूटी वितरण किया गया. सामाजिक न्याय विभाग एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा की 2011-12 में हमारी सरकार के समय दिव्यांग जनों के लिए निदेशालय की स्थापना की गई. इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि जिन दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. उन्हें योजनाओं का लाभ मिले. प्रशासन गावों के संग अभियान शिविरों में अधिकारियों को यह तय करना पड़ेगा की जहां शिविर चल रहा है, वहां रहने वाले दिव्यांगो को सभी योजनाओं का लाभ मिले.
मंत्री टीकाराम जूली बोले, मैं भी दिव्यांग हूं
मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि मैंने पोलियो प्रभावित होने के बावजूद आगे बढ़ने का उदाहरण प्रस्तुत किया है. शारीरिक कमी को कभी भी जीवन की बाधा नहीं बनने दिया. मुझे भी पोलियो हुआ था. मैं भी दिव्यांग हूं. मेरा उपचार हुआ और 75 फीसदी रिकवर हो गया. इसलिए दिव्यांजनों को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. इस अवसर पर जूली ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन गांवों/शहरों के संग (prashasan gaon/ sahro ke sang abhiyan 2021)अभियान में सभी का यह प्रयास रहना चाहिए कि जिस क्षेत्र में शिविर लग रहा है, वहां कोई भी विशेष योग्यजन प्रमाण पत्र बनवाने अथवा सरकारी योजना का लाभ लेने से वंचित न रह जाए .